बिहार के मुंगेर में दिन प्रतिदिन कम हो रही बारिश की वजह से धान की खेती करने वाले किसानों को सरकार मक्का लगाने का सुझाव दे रही है. सरकार की ओर से दस हजार हेक्टेयर भूमि के लिए फ्री में मक्का बीज मुहैया कराया जा रहा है. ऐसे में हम आपको बताएंगे कि किसान मक्का का बीज मुफ्त में कैसे ले पाएंगे किसान. बिहार में मक्का की खेती को इसलिए बढ़ावा दिया जा रहा है क्योंकि धान की खेती में अधिक पानी की जरूरत होती है. मक्का कम पानी में अधिक उपज दे सकता है और कमाई भी बढ़ जाएगी. इसे देखते हुए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की तरफ से मुफ्त में मक्का का बीज दिया जा रहा है.
दरअसल, बीते पांच अगस्त को कृषि विभाग के प्रधान सचिव सह मुंगेर प्रभारी सचिव संजय अग्रवाल ने मुंगेर प्रमंडल के किसानों की स्थिति पर चिंता जाहिर की थी. उन्होंने बताया था कि दिन प्रतिदिन कम हो रही बारिश की वजह से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है और जमीन भी खाली रह रही है. वहीं उन्होंने किसानों को धान की खेती छोड़ मक्का लगाने का सुझाव दिया था. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि किसान धान की फसल कम कर मक्के की खेती करें. वहीं उन्होंने मुंगेर में खाली पड़ी बीस हजार हेक्टऐयर जमीन को देखते हुए दस हजार हेक्टेयर भूमि के लिए फ्री में मक्का बीज उपलब्ध कराने की बात कही थी.
ये भी पढ़ें: Bihar News: 10000 हेक्टेयर खेत के लिए मुफ्त में मक्का बीज दे रही सरकार, किसान जल्द उठाएं लाभ
वहीं अब मक्के का बीज मुंगेर पहुंच चुका है. ऐसे में किसानों को कैसे बीज उपलब्ध होगा, उसके बारे में जिला कृषि पदाधिकारी ब्रजकिशोर ने बताया. उन्होंने कहा कि जितने किसान हमारे यहां रजिस्टर्ड हैं वो किसान पोर्टल पर जाकर मक्के के बीज के लिए आवेदन करें. आवेदन करने के बाद किसानों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी मैसेज जाएगा. उन्होंने बताया कि ओटीपी जाने के बाद किसान अपने प्रखंड के ई-किसान भवन में जाएंगे और वो अपना ओटीपी बताएंगे. इसके बाद उन्हें बिना किसी कागजात और राशि के बीज उपलब्ध हो जाएगा और उन्हें मक्का को लगाने के टिप्स भी दिए जाएंगे.
कृषि अधिकारी ने बताया कि किसान अपने पोर्टल पर जाएंगे और वहां आकस्मिक फसल योजना के लिए आवेदन करेंगे. इसके बाद अपना पंचायत आदि का चयन कर आवेदन करेंगे. उन्होंने कहा कि एक किसान को दो एकड़ के लिए ज्यादा से ज्यादा 16 किलो हाइब्रिड मक्का सीड दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वैसे गांव और पंचायत को चिन्हित कर लिया गया है जहां मक्का लगाना है. इसके बाद अगर बीज बचता है तो अन्य पंचायतों और गांव में भी दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: नासिक में मक्का की खेती पर अमेरिकी फॉल आर्मी वर्म कीट का अटैक, सकते में किसान
कृषि अधिकारी ने बताया कि जिस तरह दो साल से बारिश की स्थिति देखी जा रही है, ऐसे में मुंगेर के किसानों को मक्का की खेती करनी चाहिए ताकि उन्हें लाभ मिल सके. उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी मुंगेर के चार प्रखंडों में दस हजार हेक्टेयर भूमि में मक्के की खेती होती रही है. इस खेती का फायदा ये हो रहा है कि पानी की खपत कम हुई है और किसानों की आमदनी पहले से बढ़ी है. मक्का जल्दी खराब भी नहीं होता, इसलिए उसे जमा रखने में भी कोई परेशानी नहीं है.(गोविंद कुमार की रिपोर्ट)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today