बिहार का यह किसान खेती को लेकर पटना KVK को देगा सलाह, मिल चुका है बड़ा सम्मान

बिहार का यह किसान खेती को लेकर पटना KVK को देगा सलाह, मिल चुका है बड़ा सम्मान

कृषि विज्ञान केंद्र, बाढ़ की वरीय वैज्ञानिक और प्रधान डॉ रीता सिंह ने बताया कि अमरजीत कुमार सिन्हा को कृषि विज्ञान केंद्र से 2019 में बीज उत्पादन तकनीक पर प्रशिक्षण दिया गया था. उसके बाद सिन्हा मटर, बोदी, प्याज, लहसुन, चैलाई साग का बीज उत्पादन और मार्केटिंग वृहद पैमाने पर कर रहे हैं.

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बिहार का यह किसान खेती को लेकर पटना KVK को देगा सलाह, मिल चुका है बड़ा सम्मानआम का बेहतर बाजार मिल सके. इसको लेकर बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर दिसंबर महीने में अंतर्राष्ट्रीय निर्यातक सम्मेलन आयोजित करने जा रही है. वहीं पटना के किसान को उत्कृष्ट किसान हेतु सम्मानित किया गया.

बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में कृषि की बेहद खास भूमिका है. कृषि और किसान को कैसे सामाजिक आर्थिक और सामाजिक स्तर पर मजबूत किया जाए, इसको लेकर राज्य के सभी जिले में कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना की गई है. इसके जरिए किसान को खेती से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है. इसके साथ ही कृषि के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले किसानों को सम्मानित किया जाता है. इसी कड़ी में बीते दिनों बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के कुलपति डॉ डीआर सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र, बाढ़, पटना द्वारा नामित किसान अमरजीत कुमार सिन्हा को उत्कृष्ठ किसान से सम्मानित किया. कृषि विज्ञान केंद्र, बाढ़ की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रीता सिंह ने कहा कि अब ये किसान केवल खेती ही नहीं बल्कि अब अन्य किसानों को कृषि से जुड़ी जानकारी भी दे सकते हैं. साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र को भी खेती के मामले में अपनी सलाह दे सकते हैं. 

बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के प्रसार परिषद की होने वाली हर साल की बैठक में राज्य के कुछ किसानों को उत्कृष्ट किसान के तौर पर सम्मानित किया जाता है. वहीं इस साल उत्कृष्ट किसान के तौर पर रोहतास जिले के भिखारी राय, पटना जिले के अमरजीत कुमार सिन्हा और नालंदा जिले के प्रगतिशील महिला किसान रिंकू देवी को सम्मानित किया गया. सबौर दिसंबर में अंतरराष्ट्रीय निर्यातक सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है. 

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किसान ने सब्जी, फल और बीज के क्षेत्र में किए कई बड़े काम

कृषि विज्ञान केंद्र, बाढ़ की वरीय वैज्ञानिक और प्रधान डॉ रीता सिंह ने बताया कि अमरजीत कुमार सिन्हा को कृषि विज्ञान केंद्र से 2019 में बीज उत्पादन तकनीक पर प्रशिक्षण दिया गया था. उसके बाद सिन्हा मटर, बोदी, प्याज, लहसुन, चैलाई साग का बीज उत्पादन और मार्केटिंग वृहद पैमाने पर कर रहे हैं. वे आस-पास के छोटे किसानों के माध्यम से भी बीज उत्पादन का काम करवा रहे हैं. बीज की मार्केटिंग कर अपने साथ-साथ किसानों की आय बढ़ाने में सहायता कर रहे हैं. सिन्हा अपने बगीचे में लगे आम की शाखाओं में विभिन्न प्रभेदों की ग्राफ्टिंग कर नवीनतम तकनीक का प्रयोग करते हुए आस-पास के गांवों के किसानों को जागरूक कर रहे हैं. इस प्रकार सिन्हा भारत सरकार की बहुचर्चित योजना किसानों की आय दोगुनी करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं.

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बीएयू करने जा रहा अंतरराष्ट्रीय निर्यातक सम्मेलन 

बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कुलपति डॉ डीआर सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय इस साल दिसंबर महीने में अंतरराष्ट्रीय निर्यातक सम्मेलन आयोजित करेगा. बिहार के आम को देश-विदेश में निर्यात करने के लिए रणनीति बनाने का प्रयास भी किया जाएगा. वहीं उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि बिहार राज्य की उत्पाद विविधता को विश्व फलक पर स्थापित करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा चिन्हित 54 उत्पादों के जी.आई. टैग प्राप्ति के लिए काम करें. आगामी तीन माह में इसका रिजल्ट प्राप्त करने का प्रयास करें. 

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