महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आजतक को दिए इंटरव्यू में ऐलान किया कि हम 15 फीसदी नमी वाला सोयाबीन भी किसानों से खरीद रहे हैं. किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीद की जाएगी. उन्होंने कहा कि किसानों की पूरी सोयाबीन उपज खरीद के लिए जितने केंद्र खोलने की जरूरत होगी उन्हें खोला जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारी इकलौती सरकार है जो 1 रुपये में फसल बीमा की सुविधा किसानों को दे रही है. हम किसानों को सालाना 12 हजार रुपये नकद दे रहे हैं.
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने जा रहा है. सभी राजनीतिक दल किसानों को लाभ देने के लिए जोरशोर से ऐलान कर रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र में कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे गिरते भाव और सोयाबीन के सही दाम नहीं मिलने का मुद्दा गरमाया है. राज्य के कपास और सोयाबीन के किसान दाम को लेकर परेशान हैं, उन्हें सही दाम नहीं मिल रहा है. जबकि, कई जगह किसान अपनी फसल बेच नहीं पा रहे हैं. इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खुलकर बात रखी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के हित में काम कर रही है. हमारी सरकार पहली सरकर है जो किसानों के लिए 1 रुपये में फसल बीमा की सुविधा दे रही है. उन्होंने कहा कि बिजली पंप से खेती करने वाले किसानों का बिजली बिल माफ हमने किया है. सोलर पंप की जरूरत जिन किसानों को है उन्हें दिया जा रहा है. यह पहली सरकार है जो किसानों को सालाना 12 हजार रुपये देती है. 6 हजार रुपये पीएम फसल बीमा योजना के तहत केंद्र की ओर से और बाकी 6 हजार रुपये राज्य सरकार देती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोयाबीन और कपास के जो दाम कम हुए हैं उसको लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों से बात हुई है. उन्होंने कहा कि सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी से 4892 रुपये पर केंद्रीय संस्थान नाफेड किसानों से खरीद कर रही है. किसानों का पूरा सोयाबीन उपज खरीदी जाएगी. उन्होंने कहा कि नाफेड 15 फीसदी नमी होने के बावजूद किसानों से सोयाबीन की खरीद करेगा. खरीद के लिए जितने केंद्र खोलने की जरूरत है उतने खोले जाएंगे. सभी किसानों को राहत दी जाएगी. अभी केंद्र खोलने की जरूरत होगी तो उसे खोला जाएगा.
इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कपास और सोयाबीन के कम दाम को लेकर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार के दौरान कपास का दाम 8,000 रुपए था. अभी आपको करीब 6,000 रुपए मिल रहे हैं. BJP सरकार ने कपास का आयात करके आपकी फसल के दाम घटा दिए हैं. 10 साल से सोयाबीन का दाम नहीं बढ़ा है. समय के साथ किसानों की कमाई बढ़नी चाहिए थी, लेकिन आज कमाई घट गई है. पहले प्याज का निर्यात बैन किया, लेकिन जब बैन हटाया तो एक्सपोर्ट ड्यूटी लगा दी. संतरे के निर्यात पर ड्यूटी बढ़ा दी, खेती-किसानी के सामान पर GST लगा दी. ऐसी हालत में किसान कैसे प्रगति कर पाएंगे?
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today