दूध नहीं देने वाले गोवंश (stray cows) को खुले में छोड़ना बरेली में 10 किसानों को भारी पड़ गया. दूसरों के खेत में छोड़े गए गोवंश के मालिकों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. बरेली के डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि वह बार-बार लोगों से अपील कर रहे हैं कि अपने गोवंश को खेतों में न छोड़ें क्योंकि इससे लोगों की फसलें बर्बाद हो रही हैं. शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन की ओर से गौशाला बनाई जा रही है जिसमें सड़कों पर घूमने वाले आवारा गोवंश को उनमें रखा जा रहा है. कई लोग ऐसे हैं जिनके गोवंश दूध देना बंद कर देते हैं. इसके बाद लोग उन्हें ऐसे ही सड़क पर आवारा रूप से छोड़ देते हैं जो कि हादसे का कारण भी बनते हैं. ऐसे ही लोगों की पहचान करके जिला प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई करते हुए बरेली में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
इस बारे में जानकारी देते हुए बरेली के डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि हम लोगों से बार बार अनुरोध करे रहे हैं. अपने गोवंश (stray cows) को अनावश्यक रूप से लोगों के खेतों में न छोड़ें. दूसरे के खेतों में गोवंश छोड़ने को लेकर कई काश्तकारों को प्रशासन ने चिन्हित कर मुकदमा दर्ज किया है. लोगों से अपील करते हुए जिलाधिकारी ने कहा, छुट्टा गौवंश के लिए पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन कर रहा है. शासन के मार्गदर्शन में सड़क पर घूमने वाले निर्वासित गोवंश को व्यवस्थित किया जा रहा है. अनेक बार कहने के बाद भी कई लोग गोवंशों को छुट्टा छोड़ते पाए गए हैं. ऐसे गोवंश जिसमें टैग लगे हुए थे, उनके मालिकों को चिन्हित कर 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है जिसमें 3 महीने जेल की सजा है. इस मामले पर डीएम ने कहा, मैं सबसे अपील करता हूं कि अपने गोवंश अपने साथ ही रखें. गाय दूध देगी, अभी नहीं देगी तो आगे देगी... गाय का गोबर, गोमूत्र सभी बहुत उपयोगी है. इसे देखते हुए बार-बार लोगों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है. बहुत से किसान इसमें आगे आए हैं.
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छुट्टा गोवंशों (stray cows) पर नजर रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से टीम का गठन किया गया है. यह टीम ऐसे लोगों की पहचान कर रही है जो अपने गोवंश को सड़क पर और शहर में आकर छोड़ रहे हैं. जिला प्रशासन को बीते दिनों कई ऐसी जानकारी मिली कि लोग अब देहात क्षेत्र से गोवंश को शहर की ओर खदेड़ रहे हैं. ऐसे में बरेली के डीएम ने साफ कह दिया कि यदि लोग नहीं माने तो ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
उत्तर प्रदेश में छुट्टा गोवंश (stray cows) का मामला गंभीर है और इसके खिलाफ किसान से लेकर पार्टियां तक विरोध में उतर चुकी हैं. किसानों का कहना है कि प्रशासन गोवंशों को प्रबंधित करने में नाकाम है जिसके चलते छुट्टा जानवर उनकी फसलें बर्बाद करते हैं. किसानों की शिकायत है कि इस घोर ठंड में भी उन्हें खेतों की रखवानी करनी पड़ रही है. इससे किसानों की मौत भी हुई है. अगर रखवाली न करें तो उनकी खड़ी फसल बर्बाद हो जाएगी. दूसरी ओर विपक्षी पार्टियां सरकार पर आरोप लगाती हैं कि गोवंशों के लिए कई गौशालाएं बनाने की बात कही जाती है, लेकिन छुट्टा जानवर सरेआम सड़कों पर और खेतों में घूमते हैं.
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प्रदेश में कई जगह गन्ना किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है जिसमें किसानों ने एक मुद्दा आवारा पशुओं का भी उठाया है. किसानों की मांग है कि आवारा पशुओं से किसानों को निजात दिलाई जाए, वर्ना वे सरकार और प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे. भारतीय किसान यूनियन अपनी मांगों में एक मांग आवारा पशुओं का भी रखता आया है.(रिपोर्ट/कृष्ण गोपाल राज)
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