Egg Production: उत्पादन से ज्यादा अंडे खा रहा है यूपी, कम पड़ रहे पोल्ट्री फार्म, पढ़ें डिटेल     

Egg Production: उत्पादन से ज्यादा अंडे खा रहा है यूपी, कम पड़ रहे पोल्ट्री फार्म, पढ़ें डिटेल     

Egg Transport in UP एक शहर से दूसरे शहर अंडे ट्रांसपोर्ट करने के लिए नियम बनाए गए हैं. कोल्ड स्टोरेज में भी अंडे रखने का नियम है. बिना नियम का पालन किए आप ना तो अंडे ट्रांसपोर्ट कर सकते हैं और ना ही कोल्ड स्टोरेज में रख सकते हैं. अक्टूबर से अंडों का सीजन शुरू हो जाएगा. आशंका है कि नियमों का ताक पर रखकर दूसरे राज्यों से यूपी में अंडे लाए जाएंगे.

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Egg Production: उत्पादन से ज्यादा अंडे खा रहा है यूपी, कम पड़ रहे पोल्ट्री फार्म, पढ़ें डिटेल     Egg smuggling surges in US from Canada

Egg Transport in UP यूपी में अंडों का उत्पादन कम और खपत ज्यादा है. मतलब यूपी उत्पादन से ज्यादा अंडे खा रहा है. ऐसे में यूपी के कारोबारियों को दूसरे राज्यों से अंडे खरीदने पड़ रहे हैं. हालांकि दूसरे राज्यों से अंडे खरीदने के दौरान नियमों का पालन करना होता है. अंडों की एक्सपायरी भी बतानी होती है. अंडे का उत्पादन कब और कहां हुआ है ये जानकारी भी अंडे पर देनी होती है. लेकिन मौजूदा वक्त में सारे नियम और कायदे-कानून ताक पर रखकर पड़ोसी राज्यों से अंडे खरीदे जा रहे हैं. आने वाले 10-15 दिन में अंडों का सीजन शुरू हो जाएगा. 

अकेले यूपी में ही अंडों की डिमांड और ज्यादा बड़ जाएगी. पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो यूपी को हर रोज करीब पांच करोड़ अंडों की जरूरत होती है. जबकि यूपी में रोजाना डेढ़ से पौने दो करोड़ अंडों का ही उत्पादन होता है. लगभग 3.5 करोड़ अंडा बाहर से यानि दूसरे राज्यों से आता है. ये सिलसिला कोई आज का नहीं है, बीते कई साल से ऐसा ही चल रहा है. कोरोना के बाद से तो अंडों की डिमांड और बढ़ गई है. 

यूपी में अंडों को ट्रांसपोर्ट करने के लिए हैं ये नियम 

यूपी सरकार ने राज्य में ‍ ऐग पॉलिसी लागू की हुई है. खासतौर पर इस पॉलिसी का संबंध अंडे ट्रांसपोर्ट करने के नियमों से है. अगर ट्रांसपोर्ट के नियमों पर गौर करें तो अंडे को पोल्ट्री फार्म से बाजार में सप्लाई करने के नियम बनाए गए हैं. नियम यह है कि अगर अंडे से लदी गाड़ी 150 किमी से ज्यादा कहीं जा रही है तो वो एसी गाड़ी होनी चाहिए. पोल्ट्री  का कहना है कि यूपी के बाहर से जितनी गाड़ी आती हैं वो 200 किमी दूर से ही आती हैं. इतना ही नहीं यूपी के अंदर भी अगर आगरा से लखनऊ तक अंडे की गाड़ी जा रही है तो वो एसी होनी चाहिए.

कोल्ड स्टोरेज में अंडे रखने के ये हैं नियम 

अंडे कोल्ड स्टोरेज में रखने के नियम भी बनाए गए हैं. नियमों के तहत कोल्ड में अंडा रखने से पहले अंडों पर ना मिटने वाली स्याही से उत्पादन की तारीख और जगह का नाम लिखना होगा. और जब अंडा कोल्ड से निकाला जाएगा तो उस दिन की तारीख भी स्याही से या स्टिकर लगाकर बतानी होगी. साथ ही कोल्ड से अंडा निकालने वाली तारीख पर यह भी बताना होगा कि कोल्ड से निकलने के कितने दिन तक अंडे को इस्तेमाल कर सकते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक हे कोल्ड से निकले अंडे ज्यादा से ज्यादा तीन दिन तक इस्तेमाल किए जा सकते हैं.

अंडे कोल्ड स्टोरेज में रखने के ये नियम भी हैं

  • कोल्ड में अंडे रखने के लिए अलग चैम्बर बनाने होंगे. 
  • अंडे वाले चैम्बर का तापमान चार से सात डिग्री होगा. 
  • अंडे के चैम्बर की आर्दता 75 से 80 होगी. 
  • अंडों को कोल्ड में तीन महीने से ज्यादा नहीं रखा जाएगा. 
  • एक बार कोल्ड से निकले अंडे दोबारा कोल्ड में नहीं रखे जाएंगे. 
  • अंडों को कोल्ड स्टोरेज में सब्जी-फलों के साथ नहीं रखा जाएगा. 
  • कोल्ड में रखे अंडे की जानकारी स्टोर स्वामी को सरकार से साझा करनी होगी. 
  • कोल्ड में रखने से पहले अंडों पर मिनरल आयल या लिक्विड पैराफीन का स्प्रे करना होगा. 

यूपी में अंडे की खपत और उत्पादन का आंकड़ा 

पोल्ट्री एक्सापर्ट के मुताबिक यूपी को सर्दी के सीजन में हर रोज करीब पांच से 5.5 करोड़ अंडा चाहिए. अगर ऑफ सीजन यानि गर्मी की बात करें तो डिमांड घटकर तीन से 3.5 करोड़ पर आ जाती है. जबकि यूपी में अंडा उत्पादन 1.50 करोड़ से लेकर 1.70 करोड़ तक ही होता है. हालांकि बीच-बीच में अंडे का उत्पा्दन दो करोड़ भी पहुंच जाता है. ऐसे में जब अंडे की कमी होती है तो ट्रेडर्स बरवाला, हरियाणा के अलावा तेलंगाना, आंध्रा प्रदेश, चैन्नई और बंगाल आदि से अंडा मंगाकर डिमांड को पूरा किया जाता है.

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