Poultry Chicken: ये हैं ब्रॉयलर चिकन फार्म की चुनौतियां, ऐसे कंट्रोल किया तो होगा खूब मुनाफा
चिकन के लिए संचालित होने वाले ब्रॉयलर पोल्ट्री फार्म कोविड और बर्ड फ्लू के झटकों से उबरने में कामयाब रहे हैं. ब्रॉयलर चिकन का कारोबार पटरी पर लौटने लगा है. लेकिन उनके सामने अब ताजा मामला पोल्ट्री फीड की बढ़ती कीमत और मुर्गों का ज्यादा उत्पादन है. चुनौतियां और भी हैं, लेकिन उत्पादन कंट्रोल ना हो पाने के चलते बाजार में उतार-चढ़ाव बना ही रहता है.
पोल्ट्री सेक्टर में चिकन के लिए ब्रॉयलर फार्म चलाना अब उतना आसान नहीं रह गया है जितना पहले हुआ करता था. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि उत्पादन की चुनौतियों के अलावा पोल्ट्री फार्मर के सामने अब नई-नई कई और भी चुनौतियां हैं. सबसे बड़ी चुनौती तो बर्ड फ्लू की है. साल 2004 से ही इसका असर इंडियन पोल्ट्री पर देखा जा रहा है. आज हाल ये है कि कभी भी किसी भी शहर और राज्य से बर्ड फ्लू की खबर आ जाती है. पहली बार महाराष्ट्र के फार्म में बर्ड फ्लू के केस पाए गए थे.
लेकिन अच्छी बात ये है कि एक्सपर्ट ने इससे बचने का तरीका निकाल लिया है. अब बर्ड फ्लू से उतना नुकसान नहीं होता जितना पहले हुआ करता था. पोल्ट्री सेक्टर से जुड़े कारोबारियों की शिकायत है कि आज बर्ड फ्लू से ज्यादा उसे कवर करने वाली मीडिया की खबरों से होता है. साल 2020 से कोविड आने के बाद पोल्ट्री सेक्टर का जोखिम और बढ़ गया है.