Poultry Farm: पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू-रानी खेत बीमारी रोकने को अपनाएं ये 20 उपाय, घट जाएगी लागत
पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो खासतौर से पोल्ट्री फार्म में कूड़ा, खराब अंडे, अंडे के उत्पाद, घास, फीड, पंख और अंडे की ट्रे को वक्त रहते नष्ट कर दें. कूड़े के साथ मरी हुई मुर्गियों को दफनाने के साथ ही जला भी सकते हैं. लेकिन ऐसी जगहों पर पानी जमा ना होने दें. अंडे-चिकन किसी के भी पोल्ट्री फार्म से मुनाफा कमाने के लिए जरूरी है कि नुकसान कम करने के लिए बायो सिक्योरिटी का पालन किया जाए.
मुर्गी अंडा देने वाली हो या चिकन के लिए तैयार होने वाली, उस पर सबसे ज्यादा खतरा बीमारियों का मडराता है. और ये बीमारियां ही एक पोल्ट्री फार्मर की लागत को बढ़ाती हैं. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि पोल्ट्री फार्मर को जो दो बड़ी बीमारियां सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं वो बर्ड फ्लू और रानी खेत हैं. रानी खेत बीमारी से तो फिर भी मुर्गे-मुर्गियां 100-50 की संख्या में धीरे-धीरे मरते हैं, लेकिन बर्ड फ्लू से तो पूरा पोल्ट्री फार्म ही साफ हो जाता है. ये वो बीमारी है जो पोल्ट्री फार्मर को पोल्ट्री फार्म पर ताला लगाने के लिए मजबूर कर देती है.
वैसे भी अब क्लाइमेट चेंज के चलते मुर्गियां आए दिन किसी ना किसी बीमारी की चपेट में आती रहती हैं. लेकिन पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो कुछ चीजें ऐसी हैं जिनका पोल्ट्री फार्म में लगातार इस्तेमाल करने से मुर्गियों की मौत और बीमारी पर होने वाले खर्च से बचा जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि फार्म को बीमारियों और संक्रमण से बचाने के लिए पोल्ट्री फार्म में मौजूद वेस्ट, कार्बनिक और दूसरा ऐसा वेस्ट जिसका कीटाणुशोधन नहीं किया जा सकता है उसे कहीं दूर नष्ट कर दें.