आजकल पोल्ट्री फार्मिंग का व्यवसाय बहुत प्रसिद्ध और लोकप्रिय है, यही कारण है कि ज्यादातर लोग इस व्यवसाय को करने के बारे में सोचते हैं. इसमें कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. यह बिजनेस काफी लाभदायक साबित होता है. देखा जाए तो तेजी से बदलते समय में आपका रुझान नौकरियों की ओर से हटता नजर आ रहा है. उन्हें अपना खुद का बिजनेस करने में ज्यादा दिलचस्पी होती है, यही कारण है कि लोग इसे छोटे पैमाने पर शुरू करते हैं और फिर धीरे-धीरे इसे बड़ा करते हैं.
मुर्गी पालन का व्यवसाय बहुत अच्छा है लेकिन इसमें बहुत सारी जानकारी होना बहुत जरूरी है. मुर्गी पालन व्यवसाय में सबसे बड़ी समस्या मुर्गियों में होने वाली बीमारियां हैं. कई बार इन बीमारियों के कारण पोल्ट्री फार्म को बंद करना पड़ता है. ऐसे में अगर आप पहले से ही बीमारियों के प्रति सचेत हो जाएं और उनके बारे में जानकारी हासिल कर लें तो आप अपने पोल्ट्री फार्म को बचा सकते हैं. तो इसी कड़ी में आज हम आपको बीमारियों, उनके लक्षण और इलाज के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.
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मुर्गियों में कई तरह की बीमारियां होती हैं. एक बार यह बीमारी हो जाए और जल्दी नियंत्रित न की जाए तो यह बहुत नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए बीमारियों की रोकथाम को सबसे अधिक महत्व दिया जाना चाहिए. इलाज से बेहतर रोकथाम है. कई बार दवा और इलाज का खर्च मुर्गी की कीमत से भी ज्यादा हो जाता है. मुर्गी पालन करने वाले किसान के लिए बीमारी की सही पहचान करना संभव नहीं है लेकिन वह कुछ निवारक उपाय जरूर अपना सकता है ताकि मुर्गियां बीमारियों से बची रहें. इन तरीकों में मुर्गियों का उचित चयन, सही मुर्गीपालन, संतुलित आहार, बीमार मुर्गियों को अलग रखना, निवारक टीकाकरण देना आदि शामिल हैं. बीमारियों से बचाव के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए.
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