Egg Quality यूपी में दूसरे राज्यों से खराब अंडे आ रहे हैं. यूपी के पोल्ट्री जानकार तो ऐसा ही बता रहे हैं. लेकिन ऐसा भी नहीं है कि ये आरोप हवा-हवाई लगाए जा रहे हैं. एक्सपर्ट इसके पीछे ठोस वजह भी बताते हैं. लेकिन परेशान करने वाली बात ये है कि इस सब से असल नुकसान उस ग्राहक का हो रहा है जो यूपी में बाहर से आने वाले अंडों को इस्तेमाल कर रहा है. क्योंकि पोल्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक पोल्ट्री फार्म से बाजार और कोल्ड स्टोरेज से बाजार में अंडे लाने के कुछ नियम हैं. नियम क्या बकायदा सरकारी गाइड लाइन है.
यूपी सरकार ने इसे जारी किया था. लेकिन आज भी अंडे ट्रांसपोर्ट करने में गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है. न तो यूपी में अंडे लाने वाले इसका पालन कर रहे हैं और न ही सरकार पालन करा रही है. गाइड लाइन जारी करने के बाद क्यों इसे वापस लिया गया इस बारे में भी सरकार की ओर से कोई जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन ये तय है कि नियमों के खिलाफ जाकर अंडे बेचे जा रहे हैं.
पोल्ट्री एक्सपर्ट मनीष शर्मा ने बताया कि न्यू ऐग पॉलिसी में अंडे को पोल्ट्री फार्म से बाजार में सप्लाई करने के नियम बनाए गए थे. न्यू पॉलिसी के मुताबिक अगर अंडे से लदी गाड़ी 150 किमी से ज्यादा कहीं जा रही है तो वो एसी गाड़ी होनी चाहिए. जबकि यूपी के बाहर से जितनी गाड़ी आती हैं तो वो 200 किमी दूर से ही आती हैं. ज्यादातर तो हरियाणा से आती हैं. तो इसका मतलब तो ये हुआ कि अगर अब अंडा खुली गाड़ी में आ रहा है तो वो सही नहीं है.
मनीष शर्मा का कहना है कि कोल्ड स्टोरेज संबंधी नियमों के तहत कोल्ड में अंडा रखने से पहले न मिटने वाली स्याही से अंडे पर उत्पादन की तारीख और जगह का नाम लिखना होगा. और जब अंडा कोल्ड से निकाला जाएगा तो उस दिन की तारीख भी स्याही से या स्टिकर लगाकर बतानी होगी. साथ ही कोल्ड से अंडा निकालने वाली तारीख पर यह भी बताना होगा कि कोल्ड से निकलने के कितने दिन तक अंडे को इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि कोल्ड से निकले अंडे को इस्तेमाल करने का अधिकतम वक्त तीन दिन होता है. लेकिन पॉलिसी पर रोक लगने के बाद अब पता ही नहीं चलता कि अंडा कितना पुराना है और कब कोल्ड स्टोर से निकला है.
न्यू ऐग पॉलिसी के मुताबिक अंडों को कोल्ड स्टोरेज में सब्जी-फलों के साथ नहीं रखा जाएगा. कोल्ड में अंडे रखने के लिए अलग चैम्बर बनाने होंगे. अंडों को कोल्ड में रखते वक्त अंडों पर किसी मिनरल आयल या प्राथमिकता के आधार पर लिक्विड पैराफीन का स्प्रे करना होगा. अंडों को ज्यादा से ज्यादा तीन महीने ही कोल्ड में रखा जाएगा. एक बार कोल्ड से निकले अंडे दोबारा कोल्ड में नहीं रखे जाएंगे. जिस चैम्बर में अंडे रखे जाएंगे उसका तापमान चार से सात डिग्री होना चाहिए. वहीं आर्दता 75 से 80 होगी. अंडे का भंडारण करने वाले कोल्ड स्टोरेज संचालकों को अपनी जानकारी सरकार के साथ साझा करनी होगी.
ये भी पढ़ें- Animal Feed: दुधारू पशु खरीदते वक्त और गाभिन पशु की खुराक में अपनाएं ये टिप्स
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today