मध्य प्रदेश सरकार ने दूध किसानों को बोनस देने की घोषणा की है और इसे जल्द ही लागू करने की बात कही गई है. राज्य सरकार डेयरी किसानों की आय और दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए नए बदलाव करने के रूप में यह व्यवस्था करने जा रहा है. इससे निजी डेयरी और पशुपालकों को फायदा मिलेगा और उन्हें दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. जबकि, दू्ग्ध समितियां बनाई जाएंगी जो दूध खरीद से लेकर दूध उपकरण या पशु खरीद के लिए किसानों को अनुदान दिलाएंगी. इस प्रयास के तहत नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के साथ राज्य सरकार ने एमओयू साइन किया है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को कहा कि राज्य में कृषि उत्पादकता बढ़ाने पर सरकार का ध्यान केंद्रित है और इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसानों की आय में बढ़ोत्तरी करने के लिए हमारी सरकार निरंतर प्रयासरत है. हमारी सरकार जल्द ही दूध खरीदी पर बोनस शुरू करने जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि उत्पादक क्षमता हमारी बहुत अच्छी हुई है. लेकिन, कृषि उत्पादन के साथ साथ हम अपने किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूध उत्पादन में भी हमारी बड़ी भूमिका देख रहे हैं. अभी देश दूध उत्पादन क्षमता में हमारी 9 फीसदी हिस्सेदारी है. हम 5 साल में इसको 20 फीसदी तक ले जाना चाह रहे हैं.
में लगभग हमारी जो नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के जरिए एमओयू हुआ है. इसके तहत हमारे सभी दूध से बने हुए उत्पाद और उत्पाद से किसानों को ठीक से आए मिले, इसके लिए हमने भी निर्णय किया है कि दूध खरीदने पर हमारी सरकार बोनस देना शुरू करेगी अर्थात किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल उत्पादन के साथ-साथ दूध उत्पादन में भी उनकी अपनी आय बड़े इस दिशा में हम काम कर रहे हैं.
दूध उत्पादन में और किसानों की आय बढ़ाने के लिए किसानों को अच्छी नस्ल की गाय-भैंसे उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके लिए गांवों में दू्ग्ध समितियां बनाई जाएंगी जो दूध खरीद से लेकर दूध उपकरण या पशु खरीद के लिए किसानों को अनुदान दिलाएंगी. इसके साथ ही किसानों से दूध लेकर प्लांट तक पहुंचाएंगी. दू्ग्ध समितियां गांवों में जागरूकता फैलाएंगी और इनके सदस्यों के चयन के लिए चुनाव भी होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में भी हमने काम किया है. 2005 के पहले हमारे पास कुल 5 मेडिकल कॉलेज थे. हमने 2024 तक 3 नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए हैं. जबकि, 30 मेडिकल कॉलेज होने जा रहे हैं. एक साल के अंदर हमारे 14 मेडिकल कॉलेज पीपीपी मॉडल से और 8 हमारे मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है. अब तक सवा से डेढ़ साल के अंदर लगभग हम 50 मेडिकल कॉलेज अपने राज्य में लाएंगे. उन्होंने कहा कि 5 आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज इसी साल खोलने का निर्णय किया है.
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