Fodder Moringa: बकरे-बकरी के लिए सालभर ये खास हरा चारा चाहिए तो अभी से कर लें तैयारी 

Fodder Moringa: बकरे-बकरी के लिए सालभर ये खास हरा चारा चाहिए तो अभी से कर लें तैयारी 

बकरे-बकरियों को भी दाने और सूखे चारे के साथ हरे चारे की जरूरत होती है. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (CIRG), मथुरा के साइंटिस्ट का कहना है कि एक पेड़ का हरा चारा ऐसा है जो साल के 12 महीने मिलता है. अच्छी बात ये है कि इस पेड़ के पत्ते से लेकर तने तक को बकरे-बकरी बड़े ही चाव से स्वाद ले-लेकर खाते हैं.  

Advertisement
Fodder Moringa: बकरे-बकरी के लिए सालभर ये खास हरा चारा चाहिए तो अभी से कर लें तैयारी Moringa Farming (Photo/Meta AI)

बकरे के मीट को लेकर कुछ वक्त पहले तक कोई मानक नहीं थे. शर्त थी तो बस इतनी कि बकरा बीमार न हो. लेकिन अब कई तरह के मानक तय हो गए हैं. इसमे से एक है पौष्टिबकता और स्वाद का. क्योंकि अब सिर्फ दूध को ही पैमाने पर नहीं जांचा जाता है, बल्किो मीट की भी जांच होने लगी है. गोट एक्सपर्ट का कहना है कि बकरे के मीट में पौष्टिनकता और स्वाद उसके खानपान के मुता‍बिक आता है. यानि जैसा बकरे-बकरियों को खाने के लिए दिया जाएगा वैसी ही उनके मीट की ग्रोथ होगी. 

और हरा चारा इसमे अहम रोल निभाता है. लेकिन कौनसा हरा चारा बकरों को खाने के लिए दिया जाना चाहिए. ऐसा कौनसा हरा चारा है जो साल के 12 महीने आसानी से और सस्ता मिल सकता है. हरा चारा आज बकरी पालक ही नहीं गाय-भैंस और भेड़ पालक सभी की परेशानी बना हुआ है. क्योंकि बीते कई साल से हरा चारा गर्मियों ही नहीं सर्दी और बरसात के मौसम में भी परेशानी बना हुआ है. 

अभी से तैयारी की तो जून में लगा सकते हैं मोरिंगा

फोडर एक्सपर्ट डॉ. एमवी नरायण का कहना है कि मोरिंगा को लगाने का सही वक्त जून है. हालांकि बरसात क दिनों में भी इसे लगाया जा सकता है. लेकिन अभी से लगाने की तैयारी कर लें तो जून में आसानी से इसे लगाया जा सकता है. अगर इसकी खासियत की बात करें तो मोरिंगा में बड़ी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. इसके साथ ही दूसरे जरूरी मिनरल्स और विटामिन भी इसके अंदर बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं. और दूसरे हरे चारे के मुकाबले प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स के मामले में यह बहुत ही पौष्टिक है. इसकी एक और सबसे बड़ी खास बात ये कि थोड़ी सी देखभाल के बाद प्राकृतिक तरीके से ये बहुत तेजी से बढ़ता है. इसके उत्पादन के लिए किसी भी तरह के केमिकल की जरूरत भी नहीं होती है. इसलिए इसे प्राकृतिक रूप से ऑर्गेनिक भी कहा जा सकता है.  

पत्ते से लेकर तने तक को ऐसे कर सकते हैं इस्तेमाल 

डॉ. एमवी नरायण ने बकरे-बकरियों को मोरिंगा खि‍लाने के बारे में बताया कि मोरिंगा के तने को भी बकरी खाती है. क्योंकि इसका तना बहुत ही मुलायम होता है. इसकी पत्तियों को भी बकरे और बकरी बड़े ही चाव से खाते हैं. अगर आप चाहें तो जिस वक्त खूब उत्पादन हो रहा हो तो पहले बकरियों को पत्तियां खिला सकते हैं. इसके तने को अलग रखकर उसके पैलेट्स बना सकते हैं. पैलेट्स बनाने का अपना एक अलग खास तरीका है. ऐसा करके आप गर्मी और बरसात के लिए भी चारे का इंतजाम कर के रख सकते हैं. 

ये भी पढ़ें- Animal Care: मई से सितम्बर तक गाय-भैंस के बाड़े में जरूर करें ये खास 15 काम, नहीं होंगी बीमार  

ये भी पढ़ें-Artificial Insemination: अप्रैल से जून तक हीट में आएंगी बकरियां, 25 रुपये में ऐसे पाएं मनपसंद बच्चा

 

POST A COMMENT