Poultry For Egg Production: अंडा कारोबार के लिए पोल्ट्री फार्म खोल रहे हैं तो ऐसे करें तैयारी, पढ़ें डिटेल 

Poultry For Egg Production: अंडा कारोबार के लिए पोल्ट्री फार्म खोल रहे हैं तो ऐसे करें तैयारी, पढ़ें डिटेल 

Poultry For Egg Production आपने नया पोल्ट्री फार्म खोला है और आप चाहते हैं कि मुर्गियों का अंडा उत्पादन बढ़ जाए तो जब आप पोल्ट्री फार्म में एक दिन का चूजा लेकर आए तो उस दिन से लेकर अंडा उत्पादन करने तक आप साइंटीफिक तरीकों को ही पोल्ट्री फार्म में अपनाए और खासतौर पर बयो सिक्योरिटी का पालन करें. 

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Poultry For Egg Production: अंडा कारोबार के लिए पोल्ट्री फार्म खोल रहे हैं तो ऐसे करें तैयारी, पढ़ें डिटेल गर्मी में पोल्ट्री फार्म को ठंडा रखना जरूरी

Poultry For Egg Production पोल्ट्री फार्मिंग अंडे और चिकन के लिए की जाती है. जिस तरह दोनों प्रोडक्ट अलग-अलग हैं, ठीक उसी तरह से दोनों फार्म में शेड की तैयारी भी अलग-अलग होती है. चिकन के लिए पाले जाने वाले पोल्ट्री शेड में जहां मुर्गों को एक बड़े से हॉल में खुला छोड़ दिया जाता है, वहीं अंडे वाले फार्म में मुर्गियों को पांच से छह की संख्या में छोटे-छोटे केज में रखा जाता है. अंडे के लिए खुलने वाले पोल्ट्री फार्म को लेयर पोल्ट्री फार्म कहा जाता है. लेअर पोल्ट्री फार्म में मुर्गी जितने ज्यादा अंडे देगी उतना ही ज्यादा मुनाफा होगा. 

ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि मुर्गी हर रोज यानि साल के 365 दिन अंडे नहीं देती है. मुर्गी एक साल में कितने अंडे देती है तो आपको बता दें कि एक मुर्गी सालभर में 290 से लेकर 320 अंडे देती है. यही वजह है कि हर एक पोल्ट्री फार्मर इसी कोशि‍श में रहता है कि उसकी मुर्गी ज्यादा से ज्यादा अंडे दे. वेटेरिनेरियन और पोल्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक पोल्ट्री फार्मर कुछ उपाय अपनाकर मुर्गियों का अंडा उत्पादन बढ़ा सकते हैं. 

सर्दी हो या गर्मी तापमान बनाए रखा है जरूरी 

  • केज में तापमान को मौसम के हिसाब से बनाए रखें.
  • अंडे देने वाली मुर्गियों को केज में 25 से 26 डिग्री तापमान की जरूरत होती है.
  • तापमान इससे कम या ज्यादा हुआ तो मुर्गियां तनाव में आ जाती हैं. 
  • मुर्गियां तनाव में आती हैं तो उसका असर अंडा उत्पादन पर पड़ता है.
  • केज में लगे हीटिंग, फीडर और ड्रिंकर की साफ-सफाई रखें. 
  • चूजे अगर शोर मचा रहे हों तो उन पर नजर रखें. 
  • चूजों की उम्र और मौसम के हिसाब से केज में लाइट का इंतजाम रखें. 
  • 7-10 दिन की उम्र के बीच ऊपरी और निचली चोंच के एक-तिहाई हिस्से को ट्रिम कर दें. 
  • तनाव और ब्लीडिंग कम करने के लिए ट्रिमिंग से पहले और बाद में विटामिन और इलेक्ट्रोलाइट्स दें.  

फार्म में मुर्गियों के लिए ऐसा होना चाहिए पीने का पानी 

  1. इलेक्ट्रोलाइट्स के साथ साफ पीने का पानी मुर्गियों को दें.
  2. चूजों के लिए पानी और फीड कम न होने दें.
  3. केज में हर समय साफ पानी उपलब्ध होना चाहिए. 
  4. मुर्गियां जितना फीड खाती हैं तो उसके मुकाबले 1.5 से 2 गुना पानी पीती हैं. 
  5. गर्मियों के दौरान पानी की ये मात्रा और बढ़ जाती है.

चूजे और बड़ी मुर्गियों को ऐसे खि‍लाएं फीड 

चूजों को पहले दिन से लेकर ब्रूडिंग के अंत तक स्टार्टर फीड दें.
चूजों के शुरुआती दिनों में उन्हें साफ कागज या कार्डबोर्ड पर फीड खि‍लाएं. 
साढ़े चार महीने की उम्र पर मुर्गी का वजन 1.4 से 1.55 किलोग्राम होना चाहिए.

निष्कर्ष-

इंसान हो या पक्षी जितना खुश होगा उतना ही ज्यादा उत्पादन करेगा. इसी तरह चूजों से लेकर मुर्गियों तक को तनाव फ्री रखने के लिए जरूरी है कि उन्हें अच्छा फीड देने के साथ बीमारियों से से बचाना भी जरूरी है. साथ ही केज में उनके रहने के लिए आरामदायक जगह हो.

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