
UP News: यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जनपद में स्थित संरक्षित वन क्षेत्र दुधवा राष्ट्रीय उद्यान (Dudhwa National Park) की सैर अब जेब पर कम भारी पड़ेगी. पांच साल से छोटे और स्कूली बच्चों के लिए जहां प्रवेश निशुल्क होगा, वहीं व्यस्कों के लिए भी भ्रमण का एक पाली का शुल्क 300 रुपये से घटाकर प्रति व्यक्ति 150 रुपये कर दिया गया है. यह जानकारी दुधवा बाघ संरक्षरण फाउंडेशन की गवर्निंग बॉडी की बैठक के बाद वन मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना ने दी.
दुधवा नेशनल पार्क में प्रवेश शुल्क एवं अन्य शुल्कों की दरों में की गई कमी आम आदमी को दुधवा के प्रति आकर्षिक करने में मील का पत्थर साबित होगी. शुल्क दरों में कमी होने से दुधवा आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढोत्तरी होगी जिससे विभाग के राजस्व में वृद्धि होगी. मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना ने बताया कि 5 वर्ष से कम आयु के तथा स्कूली बच्चों का दुधवा में प्रवेश निःशुल्क कर दिया गया है. पर्यटकों की सुविधा के लिए दुधवा के एक किमी के दायरे में होटल खोलने के लिए निवेशकों को आकर्षित किया जाएगा. उन्होंने निर्देश दिए कि दुधवा आने वाले पर्यटकों के लिए आवागमन की बेहतर सुविधा के लिए सम्पर्क मार्गों का सुदृढ़ीकरण यथाशीघ्र पूरा कराया जाए.
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उन्होंने बताया कि दुधवा के भ्रमण हेतु प्रति व्यक्ति प्रति पाली रुपया 300 के स्थान पर रुपया 150, गैंडा परिक्षेत्र में भ्रमण हेतु अतिरिक्त प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 700 के स्थान पर 200, सफारी वाहन शुल्क 600 के स्थान पर 200, गैंडा परिक्षेत्र के बाहर अधिकतम 2 घंटे की अवधि के लिए प्रति हाथी सवारी शुल्क रुपया 2000 के स्थान पर 500.
गैंडा परिक्षेत्र के अंदर अधिकतम 2 घंटे के लिए प्रति हाथी सवारी शुल्क रुपया 4000 के स्थान पर 500 तथा बोट सवारी प्रति व्यक्ति शुल्क अधिकतम 1 घंटे के लिए रुपया 250 के स्थान पर 100 अनुमन्य किया गया है.
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बैठक में जनपद अपर मुख्य सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मनोज सिंह सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित दुधवा नेशनल पार्क उत्तर प्रदेश के प्रमुख अभयारण्यों में से एक है. मुख्य तौर पर यह टाइगर और हाथियों के लिए जाना जाता है. दरअसल, देश में प्रोजेक्ट टाइगर चल रहा है. यूपी सरकार बेहतर माहौल तैयार कर बाघों की संख्या बढ़ाने का प्रयास कर रही है. राज्य में टाइगर रिजर्व की संख्या भी बढ़ाई गई है. हाल ही में रानीपुर वन्य जीव अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया है.
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