मुर्गी और सूअर पालकों के लिए मुसीबत बना अफ्रीकन फीवर और बर्ड फ्लू, 1 लाख से ज्यादा पशुधन की मौत 

मुर्गी और सूअर पालकों के लिए मुसीबत बना अफ्रीकन फीवर और बर्ड फ्लू, 1 लाख से ज्यादा पशुधन की मौत 

ओडिशा में बर्ड फ्लू के चलते बीते दिन 5 हजार मुर्गियों को मारा गया. जबकि, बीमारी रोकने के लिए 20 हजार और मुर्गियों को मारे जाने की बात कही गई है. इससे पहले मिजोरम में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के फैलने से अगस्त 2024 तक 1 लाख से अधिक सूअरों को या तो मारा गया या बीमारी से उनकी मौत हो गई. 

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मुर्गी और सूअर पालकों के लिए मुसीबत बना अफ्रीकन फीवर और बर्ड फ्लू, 1 लाख से ज्यादा पशुधन की मौत ओडिशा में 5,000 से अधिक मुर्गियों को मार दिया गया.

ओडिशा और मिजोरम समेत नॉर्थ ईस्ट के कुछ राज्यों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के बाद बर्ड फ्लू बीमारी ने पशुपालकों को भारी नुकसान पहुंचाया है. ओडिशा में बर्ड फ्लू के चलते बीते दिन 5 हजार मुर्गियों को मारा गया है. जबकि, बीमारी रोकने के लिए 20 हजार और मुर्गियों को मारे जाने की बात कही गई है. इससे पहले मिजोरम में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के फैलने से 2021 से अगस्त 2024 तक 1 लाख से अधिक सूअरों को या मारा गया या बीमारी से उनकी मौत हो गई. 

देशभर में बड़े पैमाने पर मुर्गी पालन और सूअर पालन किया जाता है. दूर-दराज इलाकों के लोगों के लिए यह आय का बड़ो सोर्स माने जाते हैं. लेकिन, समय-समय पर बीमारियों के चलते इन पशुपालकों को भारी नुकसान होता रहा है. अब फिर से बर्ड फ्लू फैलने से ओडिशा में बड़ी संख्या में मुर्गियों को मारा गया है. एजेंसी ने सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा है कि ओडिशा के पुरी जिले के पिपिली इलाके में एवियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लू के एच5एन1 स्ट्रेन का पता चलने के बाद ओडिशा में 5,000 से अधिक मुर्गियों को मार दिया गया. 

रिपोर्ट के अनुसार पिपिली के एक पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की सामूहिक मौत के बाद राज्य सरकार ने पशु चिकित्सा दल को निरीक्षण के लिए भेजा था. सैंपल जांच में बर्ड फ्लू पाया गया है, जिसके बाद बीते सप्ताह शनिवार से को फार्म और इलाके में मुर्गियों को मारना शुरू कर दिया गया. बीमारी की रोकथाम के लिए अतिरिक्त निदेशक जगन्नाथ नंदा ने बताया कि शनिवार को 300 मुर्गियों को मारा गया, जबकि रविवार को 4,700 से अधिक मुर्गियों को मारा गया. 

ओडिशा में 20 हजार मुर्गियों को मारने की तैयारी 

जगन्नाथ नंदा ने बताया कि बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पिपिली में कुल 20,000 पक्षियों को मारा जाएगा. उन्होंने कहा कि पक्षियों को मारने और उन्हें दफनाने के लिए टीम लगाई गई हैं. पशुपालन और पशु चिकित्सा सेवाओं के संयुक्त निदेशक मनोज पटनायक ने कहा कि पोल्ट्री फार्म के एक किलोमीटर के दायरे में सभी मर्गियों को मार दिया जाएगा और फार्म को अगले 5 महीनों तक मुर्गी पालन पर रोग लगाई जाएगी.

किसानों को मुआवजा 

पशुपालन और पशु चिकित्सा सेवाओं के संयुक्त निदेशक ने कहा कि किसानों को नियमों के मुताबिक मुआवजा दिया जाएगा.

  1. छोटे मुर्गे के लिए 20 रुपये मुआवजा पशुपालक को मिलेगा.
  2. बड़े मुर्गे के लिए 60 रुपये मुआवजे के रूप में किसानों को मिलेंगे. 

अफ्रीकी फीवर से सूअर पालकों को 800 करोड़ का नुकसान 

मिजोरम के सूअर पालकों को 2021 से अफ्रीकी स्वाइन फीवर (ASF) के फैलने से लगभग 800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. बीते मंगलवार को विधानसभा में पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री सी लालसाविवुंगा ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मार्च 2021 से 15 अगस्त 2024 के बीच अफ्रीकी स्वाइन फीवर (ASF) से 57,217 सूअरों की मौत हो गई और बीमारी को रोकने के लिए 43,159 अन्य को मार दिया गया. मंत्री ने कहा कि इस साल जनवरी से 15 अगस्त के बीच अफ्रीकी स्वाइन फीवर की वजह से 9,866 सूअरों की मौत हो गई और 17,977 अन्य को मार दिया गया.  

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