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18 मार्च से आयोज‍ित होगा बालोतरा का मल्लीनाथ पशु मेला, कोरोना-लंपी ने लगाया था ब्रेक

18 मार्च से आयोज‍ित होगा बालोतरा का मल्लीनाथ पशु मेला, कोरोना-लंपी ने लगाया था ब्रेक

कोरोना और लंपी बीमारी से उबरने के बाद राजस्थान में एक बार फिर पशुमेलों की शुरूआत हो गई है. प्रदेश के बड़े पशुमेलों में शुमार मल्लीनाथ पशु मेला इस साल 18 मार्च से शुरू होगा.

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बाड़मेर के बालोतरा में 18 से शुरू होगा मल्लीनाथ पशु मेला. सांकेतिक फोटो- माधव शर्मा बाड़मेर के बालोतरा में 18 से शुरू होगा मल्लीनाथ पशु मेला. सांकेतिक फोटो- माधव शर्मा

कोरोना और लंपी बीमारी से उबरने के बाद राजस्थान में एक बार फिर पशुमेलों की शुरूआत हो गई है. प्रदेश के बड़े पशुमेलों में शुमार मल्लीनाथ पशु मेला इस साल 18 मार्च से शुरू होगा. बाड़मेर जिले के बालोतरा में लगने वाले इस मेले का समापन एक अप्रैल को होगा. मेले में आने वाले सैलानी, पशुपालक और पशुओं को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. इस संबंध में बाड़मेर जिला कलक्टर ने कलेक्ट्रेट में एक मीटिंग रखी. मीटिंग में मेले में प्रशासन की ओर से की जाने वाली तैयारियों की प्लानिंग के बारे में चर्चा हुई. यह मेला बालोतरा के तिलवाड़ा में आयोजित होता है. 

पशु प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे मेले की रौनक  

मल्लीनाथ पशुमेले में मुख्य आकर्षण कई राज्यों से आए पशु होंगे. साथ ही मेले में कई पशु प्रतियोगिताएं, खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे. साथ ही मेले में आने वाले पशु पालकों, किसानों और आम लोगों के मनोरंजन के लिए कई तरह के अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे.

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सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश

जिला कलक्टर लोकबंधु ने मीटिंग में मेले की तैयारियों के बारे में फीडबैक लिया.साथ ही जो तैयारी अधूरी हैं, उन्हें जल्द पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होंने मेला अवधि के दौरान सफाई, पानी, बिजली, चारा एवं यातायात व्यवस्थाओं के साथ पशुपालकों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.

मीटिंग में जिला कलेक्टर ने तिलवाड़ा पशु मेले में संभावित आने वाले पशुओं और बेचने - खरीदने, पेयजल एवं परिवहन समेत पशु डॉक्टरों के बारे में भी जानकारी ली. कलक्टर ने बताया कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था के पुख्ता बंदोबस्त करने और पर्याप्त पुलिस जाब्ता लगाया जाएगा. मेले में पशुओं के लिए चारे और पानी की पूरी व्यवस्था की जाएगी. 

अतिरिक्त बसें और साफ-सफाई व वाहनों की पार्किंग

जिला कलेक्टर ने बालोतरा एडीएम अश्विनी के. पंवार को मेला मैदान की साफ सफाई, झांडियों की कटाई, पशु खेलियों की मरम्मत, मैदान लेवलिंग, यातायात, वाहन पार्किंग की जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने ले-आउट के बाहर कोई दुकान नहीं लगाने की बात कही. बिजली विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को मेला मैदान पर बिजली व्यवस्था को सुनिश्चित करवाने के निर्देश भी दिए गए.

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रेल गाड़ियों के तिलवाड़ा स्टेशन पर ठहराव, मेले के लिए अतिरिक्त बसें लगाने, एसबीआई बैंक की अस्थाई शाखा तथा मोबाइल एटीएम लगाने, आर.ओ. प्लांट से पेयजल आदि की व्यवस्थाओं के लिए संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखने के आदेश दिए गए. 

प्रदेश के बड़े पशु मेलों में शुमार है मल्लीनाथ का मेला

राजस्थान में हर साल करीब 250 पशुमेले लगते हैं. इनमें से 10 मेले राज्य स्तरीय होते हैं. इनमें पशुपालन विभाग और कई में पर्यटन विभाग भी शामिल होता है. बालोतरा के तिलवाड़ा का पशुमेला इन्हीं 10 मेलों में से एक है. मेले में सिर्फ राजस्थान ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों को पशुपालक भी पशुओं की खरीद-बिक्री करने आते हैं. इसीलिए पशुपालन विभाग और जिला प्रशासन इन मेलों में अच्छी व्यवस्थाएं करता है. 

पहले कोरोना, फिर लंपी के कारण प्रभावित हुए राजस्थान के पशु मेले

राजस्थान में हर साल सैंकड़ों पशु मेले लगते हैं,लेकिन बीते तीन साल से कई कारणों के चलते इनका आयोजन नहीं हो पा रहा है. इन कारणों में 2020-21 में कोरोना और फिर 2022-23 में लंपी बीमारी शामिल है. लंपी और कोरोना के कारण राज्य सरकार को राजस्व की भी हानि हुई. साथ ही पशुपालक भी पशुओं की खरीद-बिक्री नहीं कर पाए. 

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