आज के समय में जब रोजगार की कमी लोगों को परेशान कर रही है, ऐसे में खेती के साथ-साथ पशुपालन एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है. खासतौर पर बकरी पालन (Goat Farming) कम लागत और ज्यादा मुनाफा देने वाला व्यवसाय साबित हो रहा है. अगर आप भी गांव या छोटे शहर में रहते हैं और कम निवेश में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत फायदेमंद है.
बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें लागत कम आती है और मुनाफा ज्यादा होता है. बकरियों को पालना आसान होता है, इन्हें ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती और ये कम जगह में भी आराम से पाली जा सकती हैं. साथ ही, बकरियों का दूध, मांस और उनके बच्चे भी बाजार में अच्छी कीमत पर बिकते हैं.
सोनपरी बकरी एक उन्नत नस्ल है, जो खासतौर पर अपने तेज विकास और अधिक बच्चे देने की क्षमता के लिए जानी जाती है. यह नस्ल बहुत ही सुंदर दिखती है और इसका वजन भी जल्दी बढ़ता है, जिससे इसका बाजार मूल्य बहुत ज्यादा होता है. इसकी खास बात यह है कि यह कम चारे में भी बढ़िया उत्पादन देती है.
यह भारत की सबसे मशहूर नस्लों में से एक है. यह दूध देने में बहुत सक्षम होती है और इसका मांस भी बाजार में बहुत महंगा बिकता है. इसकी ऊँचाई और लंबाई इसे बाकी नस्लों से अलग बनाती है.
बीटल नस्ल पंजाब और हरियाणा में ज्यादा पाई जाती है. यह बकरी दूध के साथ-साथ मांस के लिए भी पाली जाती है. इसकी देखभाल आसान होती है और यह बहुत जल्दी वजन भी बढ़ा लेती है.
छोटे किसानों के लिए यह नस्ल बहुत लाभदायक है. इसका आकार छोटा होता है लेकिन यह जल्दी-जल्दी बच्चे देती है जिससे कम समय में ज्यादा उत्पादन होता है. यह नस्ल शहरी क्षेत्रों में भी आसानी से पाली जा सकती है.
यह राजस्थान की प्रमुख नस्ल है, जो गर्म और सूखे इलाकों में भी आसानी से जीवित रह सकती है. इसका मांस बहुत स्वादिष्ट होता है और बाजार में इसकी भारी मांग रहती है.
बकरी पालन में न तो बहुत ज्यादा जमीन की जरूरत होती है और न ही भारी-भरकम खर्च. चारा, पानी और थोड़ी सी देखभाल से ही बकरी पालन किया जा सकता है. एक अच्छी योजना बनाकर यदि आप 10-15 बकरियों से शुरुआत करते हैं तो कुछ ही महीनों में आप 30-40 हजार रुपये महीना कमा सकते हैं.
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