Subsidy for Cow: 24 हजार रुपये में गाय दे रही है बिहार सरकार, जानें क्या है आवेदन की अंतिम तारीख 

Subsidy for Cow: 24 हजार रुपये में गाय दे रही है बिहार सरकार, जानें क्या है आवेदन की अंतिम तारीख 

बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के गव्य विकास निदेशालय ने देसी गाय पालन को बढ़ावा देने के लिए ‘देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना शुरू की है. इसके तहत किसान देसी नस्ल के गिर, साहिवाल और थारपारकर गाय की खरीदारी अधिकृत पशु आपूर्ति कर्ता से कर सकते हैं.

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Subsidy for Cow: 24 हजार रुपये में गाय दे रही है बिहार सरकार, जानें क्या है आवेदन की अंतिम तारीख देसी गायों की लागत राशि पर पाएं 75 प्रतिशत तक सब्सिडी. फोटो-किसान तक

देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार बढ़ाने में कृषि और पशुपालन की अहम भूमिका है. यही वजह है केंद्र सरकार और राज्य की सरकारों ने पशुधन, डेयरी और पशुपालन क्षेत्रों में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं शुरू की हैं. इसी में बिहार सरकार भी है जहां पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के गव्य विकास निदेशालय ने पशुपालन में बड़ी योजना चलाई है. इसमें देसी गाय पालन को बढ़ावा देने के लिए पहली बार 'देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना 2023-24 शुरू की गई है. इस योजना के तहत किसान देसी नस्ल के गिर, साहिवाल और थारपारकर गाय की खरीदारी कर सकते हैं. किसान निदेशालय के द्वारा अधिकृत पशु आपूर्ति कर्ता के द्वारा या दूसरे राज्य से खरीदारी कर सकते हैं. अभी तक करीब 9,071 किसान ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं. आवेदन की अंतिम तारीख एक सितंबर तय की गई है. इस योजना के तहत राज्य के किसान और पशुपालक को 40 से 75 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है. 

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गव्य विकास निदेशालय के द्वारा पहली बार 'देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना' के तहत न्यूनतम दो और अधिकतम 20 गायों पर सब्सिडी दी जा रही है. दो और चार देसी गाय पर सामान्य वर्ग को 50 प्रतिशत और अत्यंत पिछड़ा वर्ग/अनुसूचित जाति/ जनजाति को 75 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है. वहीं 15 एवं 20 देसी गाय/हिफर का डेयरी इकाई शुरू करने के लिए सभी वर्ग को 40 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है. इस योजना का कार्यान्वयन राज्य के सभी जिलों में संबंधित विभाग के जिला गव्य विकास अधिकारी द्वारा किया जाएगा.

24 हजार में किसान खरीद सकते हैं दो देसी गाय 

पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के गव्य विकास निदेशालय के निदेशक संजय कुमार किसान तक को बताते हैं कि सूबे के ग्रामीण क्षेत्र के किसान, बेरोजगार युवक-युवतियां देसी गौपालन के क्षेत्र में स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं. इसी सोच के साथ सरकार ने देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है. किसान देसी नस्ल के गिर, साहिवाल और थारपारकर गाय की खरीदारी निदेशालय के द्वारा अधिकृत पशु आपूर्ति कर्ता के द्वारा या दूसरे राज्य से कर सकते हैं. तभी किसान को योजना का लाभ मिल पाएगा. इसके तहत प्रति ब्यान 1700 से 2500 लीटर तक दूध देने वाली देसी गाय पर 40 से 75 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है. इसके साथ ही लागत खर्च की शेष राशि बैंक कर्ज के रूप में देगी. इसकी जानकारी नीचे दी जा रही है. 

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सामान्य वर्ग के लिए

दो देसी गाय का डेयरी फार्म शुरू करने पर 2,42,000 रुपये की लागत राशि आएगी, जिसमें बैंक कर्ज 40 प्रतिशत (96,800 रुपये ),राज्य सरकार के द्वारा 50 प्रतिशत (1,21,000 रुपये) और किसान को 10  प्रतिशत यानी 24,200 रुपये देना होगा. चार देसी गाय इकाई पर सरकारी लागत 5,20,000 रुपये है, जिसमें बैंक कर्ज 40 प्रतिशत (2,08,000 रुपये),राज्य सरकार के द्वारा 50 प्रतिशत (2,60000 रुपये) और किसना को लागत का 10 प्रतिशत यानी 52,000 रुपये देना होगा. 

अत्यंत पिछड़ा वर्ग/अनुसूचित जाति/ जनजाति के लिए 

दो देसी गाय इकाई डेयरी फार्म शुरू करने पर 2,42,000 रुपये की लागत राशि आएगी, जिसमें बैंक कर्ज 20 प्रतिशत (48,400 रुपये), राज्य सरकार के द्वारा 75 प्रतिशत (1,81,500 रुपये) और किसान को 5 प्रतिशत यानी 12,100 रुपये देना होगा. चार देसी गाय इकाई पर सरकारी लागत 5,20,000 रुपये है, जिसमें बैंक कर्ज 20 प्रतिशत (1,04,000 रुपये), राज्य सरकार के द्वारा 75 प्रतिशत (3,90,000 रुपये) और किसना को लागत का 5 प्रतिशत यानी 26,000 रुपये देना होगा. 

15 और 20 देसी गायों/हिफर गायों पर अनुदान 

15 देसी गायों/हिफर गायों पर लागत राशि 20,20,000 रुपये आएगी. वहीं इस पर सभी वर्ग के किसानों या पशुपालकों को राज्य सरकार के द्वारा 40 प्रतिशत यानी 8,08,000 रुपये सब्सिडी राशि मिलेगी. बैंक कर्ज 50 प्रतिशत 10,10,000 रुपये और किसान को 2,02,000 रुपये यानी 10 प्रतिशत देनी होगी. 

20 देसी गायों/हिफर गायों पर लागत राशि 26,70,000 आएगी. वहीं इस पर सभी वर्ग के किसानों या पशुपालकों को राज्य सरकार के द्वारा 10,68,000 रुपये की सब्सिडी राशि मिलेगी. बैंक कर्ज 50 प्रतिशत यानी 13,35,000 रुपये और किसान को 2,67,000 रुपये यानी लागत का 10 प्रतिशत देना होगा. 

इस जिले से सबसे अधिक आवेदन 

देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना के तहत गिर, साहिवाल और थारपारकर नस्ल के गाय के लिए एक अगस्त से ऑनलाइन आवेदन शुरू हैं. वहीं खबर लिखने तक करीब 9,071 किसानों ने आवेदन कर दिया है. इसके साथ ही 2, 4, 15 और 20 देसी गाय के लिए सबसे अधिक आवेदन अररिया जिले से 503 आए हैं. वहीं सबसे कम खगड़िया और शेखपुरा से 88 आवेदन आए हैं. 100 के नीचे आवेदनों में जमुई से 96 और मधेपुरा से 90 23 अगस्त तक आए हैं. 

55 से कम उम्र के पशुपालक करें आवेदन

देसी गायों पर 75 प्रतिशत तक सब्सिडी पाने के लिए पशुपालकों को ‘देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना’के तहत किसानों/पशुपालकों को ऑनलाइन आवेदन करना पड़ेगा. हालांकि 55 वर्ष से अधिक उम्र के किसान आवेदन नहीं कर सकते हैं. ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले किसान/पशुपालक dairy.bihar.gov.in पर विजिट करें. यहां पर दिए गए फॉर्म को अच्छे से पढ़ें और फिर भर दें. ध्यान रहे की फॉर्म ठीक से नहीं भरने पर योजना का लाभ नहीं मिलेगा.किसान 1 सितंबर 2023 तक आवेदन कर सकते हैं. 


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