दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में सोमवार को झमाझम बारिश हुई, जबकि हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में ताजा बर्फबारी दर्ज की गई. इसके चलते उत्तर भारत के कई राज्यों में तापमान में भारी गिरावट आई. पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 28 हो गई, जबकि 6 लोग अब भी लापता हैं. राहत एवं बचाव दल पहाड़ी इलाकों में बढ़ते जलस्तर के बीच फंसे लोगों को निकालने में जुटे हैं.
दिल्ली में सोमवार को बादलों से घिरे आसमान में बारिश हुई, जिससे हल्की-हल्की ठंड महसूस हुई और तापमान गिरकर 26.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट आने के साथ ही ठंड का दौर जारी रहने की उम्मीद है.आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के क्षेत्र को प्रभावित करने के कारण यह बारिश हो रही है. इस बीच, हिमालय में ताज़ा बर्फबारी से राजधानी में तापमान में और गिरावट आने की उम्मीद है.
आईएमडी के अनुसार, रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसमी औसत से 0.2 डिग्री कम है. सोमवार को, बादल छाए रहने के कारण, अधिकतम तापमान सामान्य से 7.7 डिग्री कम 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.7 डिग्री कम 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जबकि ऊंचाई वाले इलाकों, जैसे अनंतनाग जिले के सिंथन टॉप, गुलमर्ग के अफरवत, जोजिला पास, कुपवाड़ा के बंगस, और गुरेज घाटी के रजदान पास, में बर्फबारी दर्ज की गई. कश्मीर घाटी में दिन का तापमान करीब 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. श्रीनगर में सोमवार को अधिकतम तापमान लगभग 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो एक दिन पहले 22.6 डिग्री था. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक घाटी में बारिश और बर्फबारी जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है.
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में रुक-रुककर बारिश होती रही. अधिकारियों के अनुसार, रविवार शाम से गुलैर में 42 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. जोट, सुंदरनगर, भुंतर, कांगड़ा, पालमपुर और शिमला में गरज-चमक के साथ बारिश हुई, जबकि हमीरपुर, नारकंडा, कुफरी, बजौरा, रिकांगपिओ, ताबो और कोटखाई में 41 से 57 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अगले दो दिनों तक राज्य को प्रभावित करेगा. इस दौरान कांगड़ा और चंबा जिलों में भारी बारिश और लाहौल-स्पीति जिलों में बर्फबारी होने की संभावना है.
पंजाब में मोहाली, अमृतसर, होशियारपुर, पठानकोट, फिरोजपुर, फगवाड़ा, कपूरथला, जालंधर, बठिंडा, रूपनगर और लुधियाना में बारिश हुई, जबकि हरियाणा के पंचकुला, हिसार, फतेहाबाद, अंबाला, रोहतक और कुरुक्षेत्र में भी बारिश दर्ज की गई. स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 6 और 7 अक्टूबर को पंजाब और हरियाणा के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है.
राजस्थान में भी पश्चिमी विक्षोभ के कारण बीकानेर, कोटा और उदयपुर संभागों में भारी बारिश दर्ज की गई है. जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, आने वाले समय में जयपुर, बीकानेर, अजमेर और भरतपुर संभागों के कुछ इलाकों में तेज बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है. हालांकि, मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार से जोधपुर और बीकानेर डिविजन में बारिश की गतिविधियाँ घटेंगी, जबकि जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा और उदयपुर के कुछ हिस्सों में बारिश जारी रह सकती है.
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