
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दो वेदर सिस्टम के साथ में एक्टिव होने के चलते कई राज्यों में मौसम खराब होने की आशंका जताई है. बीती शाम स्ट्रेट ऑफ मलक्का (मलक्का जलडमरूमध्य) के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र तेजी से सक्रिय होता दिखा, जिसके आज डीप डिप्रेशन में तब्दील होने से दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार के पास और मलेशिया-इंडोनेशिया तटों पर 50-70 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवाएं चलने की आशंका है.
वेदर सिस्टम मजबूत होने के कारण समुद्र बहुत उग्र रहेगा, जिसके चलते 28 नवंबर तक इन इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है. वहीं, दूसरी तरफ दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, दक्षिण श्रीलंका और भूमध्यरेखीय हिंद महासागर क्षेत्र में बना निम्न दाब क्षेत्र भी सक्रिय है, जिसके डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है. इसके प्रभाव से 25 से 30 नवंबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी-कराईकल केरल-माहे, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और अंडमान-निकोबार में भारी से बहुत भारी वर्षा का दौर शुरू हो गया है.
मौसम विभाग की ओर से तमिलनाडु में 28-30 नवंबर के बीच विशेष रूप से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, अंडमान में 26-27 नवंबर को, जबकि तटीय आंध्र और रायलसीमा में 30 नवंबर को बहुत भारी बारिश के आसार होने की बात कही है. साथ ही कई राज्यों में बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है.
आईएमडी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में एक और डिग्री की गिरावट दर्ज हुई है. न्यूनतम तापमान 8-10 डिग्री और अधिकतम 23-25 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने का अनुमान है. हवा सुबह के समय शांत रहेगी, लेकिन दिन में उत्तर-पश्चिमी दिशा से 10-15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बहने लगेगी. 26 से 28 नवंबर के बीच उथले से लेकर मध्यम कोहरे की चेतावनी जारी है, जो सुबह यातायात को प्रभावित कर सकता है. हालांकि, दिन का मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है.
उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों जम्मू–कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड में रात का तापमान कई जगह 6 डिग्री से नीचे बना हुआ है. हरियाणा के हिसार में मैदानों में सबसे कम तापमान 6.3 डिग्री दर्ज हुआ है. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी और मध्य भारत के कई हिस्सों में तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री कम बना हुआ है. पूर्वोत्तर राज्यों नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और ओडिशा के कुछ हिस्सों में घने कोहरे से दृश्यता 50-100 मीटर तक दर्ज की गई है, जो अगले 1-2 दिनों तक जारी रह सकती है.