जम्मू में भारी बारिश जमकर कहर ढा रही है. वहीं दिल्ली की अगर बात करें तो अगस्त में इस साल सबसे ज्यादा बारिश हुई है. वहीं हिमाचल और उभारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि अगले 4-5 दिनों तक देश के उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश जारी रहेगी. IMD के अनुसार बुधवार को छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
आईएमडी ने आज भी जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में तेज आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश, गरज के साथ छींटे और ओलावृष्टि की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, जम्मू से सुबह 5:10 बजे डॉपलर वेदर रडार (डीडब्ल्यूआर) की तस्वीरों से पूरे क्षेत्र में 'व्यापक गरज के साथ तूफान की गतिविधि' का संकेत मिला है. जम्मू, आरएस पुरा, सांबा, अखनूर, नगरोटा, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर, पुरमंडल और कठुआ व उधमपुर के कुछ हिस्सों में ज्यादा बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार रियासी, रामबन, डोडा, बिलावर, कटरा, रामनगर, हीरानगर, गूल, बनिहाल और सांबा व कठुआ जिलों के आसपास मध्यम बारिश के आसार हैं. मंगलवार को जम्मू में एक ही दिन में 250 मिमी बारिश ने तबाही के हालात पैदा कर दिए हैं. जम्मू में मॉनसून ने 30 लोगों की जान ले ली है.
जम्मू से सटे पंजाब में भी हालात बिगड़े हैं और यहां पर 30 अगस्त तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं. राज्य के 7 जिलों में बाढ़ आ गई है और कई लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से बचाया गया है. रणजीत सागर बांध से पानी छोड़े जाने से पठानकोट में हालात बिगड़ गए हैं. गुरदासपुर के मकोरा पट्टन के सात गांवों का संपर्क टूट गया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की अगर बात करें तो अगस्त अब तक का सबसे ज़्यादा बारिश वाला महीना रहा है, जहां सामान्य से लगभग 60 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. मंगलवार को भी लगातार बारिश रही जिसके चलते शहर के कई हिस्सों में जलभराव और यातायात जाम की स्थिति पैदा हो गई. आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में सामान्य मासिक औसत वर्षा 200.8 मिमी होती है, जबकि इस महीने अब तक शहर में 321.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है. यह सामान्य से लगभग 60 प्रतिशत अधिक है.
पिछले साल, शहर में अगस्त में कुल 390.3 मिमी बारिश हुई थी, जो दीर्घकालिक औसत से 67 प्रतिशत अधिक थी. 2024 में, दिल्ली 30 अगस्त को अपने वार्षिक वर्षा के आंकड़े को पार कर लेगी, इस महीने 390.3 मिमी के साथ असाधारण रूप से उच्च वर्षा दर्ज की गई. इस महीने पहले ही 12 दिन बारिश हो चुकी है, और आने वाले दिनों में और बारिश होने की संभावना के कारण यह संख्या और बढ़ सकती है. अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में मानसून के लिए मौसमी औसत वर्षा पहले ही पार कर चुकी है, जो 1 जून से 30 सितंबर तक रहता है.
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