Punjab Rain: पंजाब में जारी भारी बारिश का कहर, धान के किसानों के लिए जारी खास एडवाइजरी 

Punjab Rain: पंजाब में जारी भारी बारिश का कहर, धान के किसानों के लिए जारी खास एडवाइजरी 

किसानों को एक अलग चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के विशेषज्ञों ने एक एडवाइजरी जारी की है. इसमें किसानों से खेतों में, खासकर धान उगाने वाले क्षेत्रों में, पानी जमा होने से रोकने को कहा गया है. पंजाब में सोमवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटों में 1272 फीसदी ज्‍यादा बारिश दर्ज की गई है जिसमें सामान्य 3.5 मिमी की तुलना में 48 मिमी बारिश हुई.

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Punjab Rain: पंजाब में जारी भारी बारिश का कहर, धान के किसानों के लिए जारी खास एडवाइजरी paddy crop: पंजाब में बढ़ा धान की फसल पर खतरा

पंजाब में भारी बारिश का कहर जारी है और राज्‍य के सारे जिले मॉनसूनी आफत से त्रस्‍त हैं. आंकड़ों के मुताबिक पंजाब में सोमवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटों में 1272 फीसदी ज्‍यादा बारिश दर्ज की गई है जिसमें सामान्य 3.5 मिमी की तुलना में 48 मिमी बारिश हुई. जबकि हरियाणा में सामान्य 3.5 मिमी की तुलना में 28.1 मिमी के साथ 702 फीसदी बारिश हुई. 1 से 25 अगस्त तक, पंजाब में 20 फीसदी और हरियाणा में 14 फीसदी ज्‍यादा बारिश हुई. 

खेतों में घुसा पानी 

पिछले 24 घंटों में लगातार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है और एक के बाद एक शहर पानी में डूबते जा रहे हैं. कुछ जगहों पर लोगों को नावों का सहारा लेना पड़ा. सीमावर्ती जिलों फिरोज़पुर और फाजिल्‍का में स्थिति और भी विकट हो गई, जो पहले से ही बाढ़ के खतरे का सामना कर रहे हैं.

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले दिनों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. भारी बारिश के कारण कई जगहों पर सड़कें टूट गईं और सड़कें धंस गईं. निचले इलाकों के घरों में पानी घुस गया. बठिंडा के कोटली खुर्द गांव में एक नाले में दरार आ गई और पानी खेतों में घुस गया. 

मानसा के हीरो कलां गांव के एक मोहल्ले के निवासी बुरी तरह प्रभावित हुए क्योंकि बारिश का पानी उनके घरों में घुस गया और उनके सामान को नुकसान पहुंचा.  संगरूर जिले में सोमवार सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटों के दौरान 220 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसी तरह से पठानकोट के फंगोटा में 160 मिमी, पठानकोट जिले के रंजीत सागर बांध पर 150 मिमी, रूपनगर के गंगुवाल में 120 मिमी और रूपनगर के कोटला और पठानकोट के माधोपुर में 100 मिमी शामिल हैं. 

लुधियान में हालात बेकाबू 

लुधियाना का हाल इस समय काफी खराब है. यहां पर पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश जारी है और करीब 80 मिमी की बारिश दर्ज की जा चुकी है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में और लुधियाना समेत पूरे पंजाब में भारी बारिश की चेतावनी दी है. अब तक जिले में अगस्त के दौरान कुल 170 मिमी की बारिश हो चुकी है. यह पिछले कुछ वर्षों में दर्ज आंकड़ों से ज्‍यादा है. साल 2024 में यहां 160.6 मिमी बारिश हुई, 2023 में 79.6 मिमी और 2022 में 53.4 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. बारिश ने गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन शहर भर में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई स्कूलों ने सड़कों पर पानी भरने और छात्रों की सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं. 

धान की फसल सड़ने का खतरा 

इस बीच, किसानों को एक अलग चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के विशेषज्ञों ने एक एडवाइजरी जारी की है. इसमें किसानों से खेतों में, खासकर धान उगाने वाले क्षेत्रों में, पानी जमा होने से रोकने को कहा गया है. पीएयू में निदेशक डॉ. एमएस भुल्लर के हवाले से अखबार ट्रिब्‍यून ने लिखा, 'जमा हुआ पानी जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है और फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ा सकता है.' ऐसे में किसानों को उचित जल निकासी सुनिश्चित करनी चाहिए और 24 घंटे से ज्‍यादा पानी जमा नहीं होने देना चाहिए. मुख्य कृषि अधिकारी गुरदीप सिंह ने कहा कि जिले में किसी भी संभावित फसल नुकसान का आकलन करने के लिए आज एक सर्वेक्षण किया जा रहा है. 

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