
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने नवंबर माह की मौसम स्थिति को लेकर पूर्वानुमान जारी कर दिया है. आईएमडी ने अनुमान जताया है कि नवंबर महीने में देश के बड़े हिस्से खासकर उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रह सकता है. वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना जताई गई है. हालांकि, कुछ उत्तर-पश्चिमी इलाकों में रात का मौसम सामान्य या थोड़ा ठंडा रह सकता है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नवंबर में देश के ज्यादातर हिस्सों में दिन का तापमान सामान्य से नीचे रहेगा, जबकि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, हिमालय की तराई, पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज हो सकता है.
उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में रात का तापमान सामान्य से नीचे या सामान्य स्तर पर रह सकता है.
महापात्र ने बताया कि इस समय मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में कमजोर ला नीना परिस्थितियां बनी हुई हैं. ये स्थितियां दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक बनी रह सकती हैं, जबकि जनवरी से मार्च के दौरान इनके ईएनएसओ-न्यूट्रल स्थिति में लौटने की 55 प्रतिशत संभावना है.
आईएमडी प्रमुख ने यह भी बताया कि नवंबर में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक या सामान्य बारिश होने की संभावना है. हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत और दक्षिण प्रायद्वीप के कुछ इलाकों में सामान्य से कम बारिश हो सकती है.
इससे पहले विभाग ने अनुमान जताया था कि अक्टूबर से दिसंबर के बीच देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होगी, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य या कम बारिश देखने को मिल सकती है.
महापात्र ने बताया कि अक्टूबर महीने में देशभर में औसतन 112.1 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य से 49 प्रतिशत अधिक रही और वर्ष 2001 के बाद दूसरी सबसे अधिक अक्टूबर वर्षा रही. उन्होंने कहा कि यह अतिरिक्त वर्षा चार निम्न दबाव प्रणालियों के विकसित होने और उनमें से दो के चक्रवात में बदलने के साथ-साथ उत्तर भारत में चार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने के कारण दर्ज की गई.