
बंगाल की खाड़ी में बना गहरा डिप्रेशन अब धीरे-धीरे ताकतवर होकर चक्रवात ‘मोंथा’ में तब्दील हो गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि यह सिस्टम तेजी से उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है और 28 से 29 अक्टूबर के बीच एक ‘गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदलने की संभावना है.
मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, अनकापल्ले और पश्चिम गोदावरी जिलों में दो दिन के लिए स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुवल्लूर और रानीपेट जिलों में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां अगले 48 घंटों में तेज हवाएं और भारी वर्षा की संभावना है.
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए भी चेतावनी जारी की है. पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते आने वाले दिनों में राज्य के ऊंचे और निचले इलाकों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है. शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि 31 अक्टूबर तक मौसम साफ रहेगा, लेकिन उसके बाद पश्चिमी विक्षोभ की वजह से राज्य के कई हिस्सों में ठंड बढ़ सकती है.
दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान “मोंथा” पिछले 6 घंटों के दौरान 18 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और आज, 27 अक्टूबर 2025 को 0830 बजे IST पर दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चेन्नई (तमिलनाडु) से लगभग 520 किमी पूर्व-दक्षिण-पूर्व, काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) से 570 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्व, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 600 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्व, गोपालपुर (ओडिशा) से 750 किमी दक्षिण और पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) से 850 किमी पश्चिम में केंद्रित था.
इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 28 अक्टूबर की सुबह तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. आगे भी उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए, इसके 28 अक्टूबर की शाम/रात के दौरान काकीनाडा के पास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश तट को एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पार करने की बहुत अधिक संभावना है, जिसकी अधिकतम हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटा होगी जो 110 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है.