उत्तर भारत के कई शहर गर्मी का दंश झेल रहे हैं. मध्य अप्रैल में ही मई का अहसास होने लगा है. हालत ये है कि 40 के ऊपर पहुंचा पारा लोगों को झुलसाने लगा है. लोग सड़कों पर उतरने से पहले चेहरे को ढके दिखते हैं. साथ में पानी की बोतल भी लिए चलते हैं. यहां उन शहरों का हाल जानेंगे जहां गर्मी ने अपना प्रचंड रूप धारण कर लिया है. वाराणसी में तो तापमान 41 डिग्री के भी पार पहुंच गया है. दिन चढ़ने के साथ ही आसमान से जैसे अंगारे बरस रहे हैं और जमीन पर भट्टी जैसा एहसास हो रहा है. आलम ये है कि हमेशा गुलजार रहने वाले गंगा घाट पर अब सन्नाटा पसर गया है.
बनारस में जहां-तहां लोग धूप से और गर्मी से बचते हुए नजर आ रहे हैं. गंगा घाट पर पेयजल और छांव की व्यवस्था न होने से लोगों में काफी रोष है. दूसरी ओर काशी दर्शन के लिए आने वाले दर्शनार्थियों और पर्यटकों को भी उम्मीद नहीं थी कि बनारस में इस तरह गर्मी का सितम झेलने को मिलेगा. वाराणसी आने वाले पर्यटक दिन के बजाय अब शाम में ही निकलना ज्यादा महफूज मान रहे हैं. तो वही नाविकों की मानें तो गर्मी के चलते गंगा घाट घूमने वालों में भी कमी आई है. यहां नौका विहार भी लोग न के बराबर कर रहे हैं. इससे उनकी रोजी-रोटी पर काफी असर पड़ा है.
अब बात बिहार की. अप्रैल महीने का दूसरा हफ्ता गुजरा है और बिहार में भीषण गर्मी पड़ रही है. बिहार में चल रहे हीट वेव के कारण पटना के डीएम ने स्कूलों में 11:45 बजे के पहले छुट्टियों का आदेश जारी किया है. पटना डीएम का ये आदेश 15 अप्रैल से लागू रहेगा. आपको बता दें कि मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों के लिए 15 से 17 अप्रैल के बीच हीट वेव का अलर्ट जारी किया है. गर्मी की वजह से पटना में लोग परेशान देखे जा रहे हैं.
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पटना से सटे मुजफ्फपुर में भी हालत खराब है. यहां तापमान में वृद्धि का सबसे अधिक प्रभाव नौनिहालों पर पड़ रहा है. सदर अस्पताल के चाइल्ड वार्ड की बात करें, तो यहां पर वायरल, बुखार, जुकाम, खांसी, डायरिया और पीलिया के मरीज बढ़ गए हैं. अधिकतर नौनिहाल इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. मरीजों की संख्या हर दिन 100 से 125 तक हो रही है जो पहले मात्र 35 से 40 होता था. अब रोजाना 70 से 80 मरीज तक बढ़ गए हैं.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि झारखंड के प्रमुख हिस्सों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार करने के साथ लू जैसी स्थिति बनी हुई है. चूंकि कोई महत्वपूर्ण मौसमी स्थिति नहीं है, इसलिए अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान मौजूदा तापमान से दो से तीन डिग्री सेल्सियस बढ़ सकता है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा, "झारखंड का आधा हिस्सा 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास है. राजस्थान और मध्य भारत से शुष्क हवा के चलने के कारण अगले दो दिनों में पारा दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है."
झारखंड के 24 में से 23 जिलों में सात अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच बारिश नहीं हुई है. जमशेदपुर और डाल्टनगंज में पारा 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो गुरुवार को राज्य में सबसे अधिक था, जबकि राज्य की राजधानी रांची, जो अपने सुखद मौसम के लिए जानी जाती है, सामान्य से 2.3 डिग्री अधिक 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई.
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उधर ओडिशा में मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है और कम से कम 25 स्थानों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है. बारीपदा में पारा 43.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे अधिक तापमान है. अधिकारी ने कहा कि गुरुवार को राज्य भर में सात स्थानों पर तापमान 42 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया, जबकि 25 स्टेशनों पर पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा. यह स्थिति दो और दिनों तक जारी रहेगी.
कोलकाता में गुरुवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के निशान को छू गया और मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक दक्षिण बंगाल के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति का अनुमान लगाया है. राज्य में पश्चिम बर्धमान जिले के पानागढ़ में सबसे अधिक तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम कार्यालय के आंकड़ों में कहा गया है कि दक्षिण बंगाल के शहरों बर्दवान (41.4), आसनसोल (41), श्रीनिकेतन (41), पुरुलिया (40.7) और बैरकपुर (40.2) में गुरुवार को 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया.