गुजरात में भारी बारिश से 7 हजार गांव और 17 शहरों में तबाही, पानी में गई करोड़ों की संपत्ति

गुजरात में भारी बारिश से 7 हजार गांव और 17 शहरों में तबाही, पानी में गई करोड़ों की संपत्ति

राज्य में भारी बारिश से प्रभावित कुल 2,230 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत अगले 10 दिनों में पूरी कर ली जाएगी और सभी सड़कों को यातायात योग्य बना दिया जाएगा. भारी बारिश के कारण राज्य के कुल 6,931 गांवों और 17 शहरों में बिजली गुल हो गई थी, जिनमें से 6,927 गांवों और सभी 17 शहरों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है.

गुजरात में बाढ़ से नुकसानगुजरात में बाढ़ से नुकसान
क‍िसान तक
  • Ahmedabad,
  • Sep 04, 2024,
  • Updated Sep 04, 2024, 5:00 PM IST

गुजरात में पिछले सप्ताह हुई बारिश ने भारी तबाही मचाई है. कहा जा रहा है कि बारिश का सबसे ज्यादा असर 17 शहरों और 7 हजार गांव में देखने को मिला है. इससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं, सरकार ने अब तक 1.69 लाख से ज्यादा बाढ़ प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता दी है. वहीं, सरकारी अधिकारियों का कहना है कि वडोदरा, सूरत, राजकोट, आनंद, कच्छ, खेड़ा, गांधीनगर, जामनगर, देवभूमि द्वारका, नर्मदा, नवसारी, पोरबंदर, मोरबी और वलसाड जिले बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. इन इन जिलों में बाढ़ प्रभावितों को हर तरह से मदद की जा रही है.

राज्य सरकार के मुताबिक, अगस्त महीने के आखरी सप्ताह में गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ का मंजर देखने को मिला. इसने वडोदरा जैसा बड़ा शहर 3 दिनों तक जलमग्न रहा. राज्य सरकार के राहत कमिशनर आलोक पांडे का कहना है कि इस बाढ़ ने राज्य के 14 जिलों के 7 हजार गांव और 17 शहरों में तबाही मचाई है. बारिश रुकने के बाद सरकार की 1120 टीमों ने बाढ़ प्रभावित जिलों का सर्वे किया. जिसमें 1.69 लाख से ज्यादा नागरिकों को नुकसान के लिए 8.04 करोड़ रुपये की नकद सहाय दी गई. वहीं, जिन परिवारों के घरेलू सामान कपड़ा आदि बाढ़ के पानी नष्ट हुए हैं, उसका सर्वेक्षण करने के लिए 1160 टीमें लगाई गई हैं. वहीं,  50111 परिवारों को अब तक घरेलू एवं वस्त्र सहायता के रूप में 20.07 करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया है.

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मृतकों के परिवारों को दी गई सहायता राशि

इसके अलावा भारी बारिश से प्रभावित जिलों में कच्चे मकान, पक्के मकान, आंशिक एवं पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान एवं झोपड़ी मालिकों का सर्वेक्षण कराकर अब तक 4,673 लोगों को कुल 3.67 करोड़ से अधिक की सहायता राशि वितरित की गई है. वहीं, बाढ़ से हुई मौत के मामले में 22 मृतकों के परिवारों को कुल 88 लाख रुपये का सहायता राशि का वितरण किया गया है. साथ ही 2,618 की मौत के लिए उसके मालिकों को कुल 1.78 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है.

42,083 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

कहा जा रहा है कि बाढ़ प्रभावित जिले वडोदरा, सूरत, राजकोट, आनंद, कच्छ, खेड़ा, गांधीनगर, जामनगर, देवभूमि द्वारका, नर्मदा, नवसारी, पोरबंदर, मोरबी और वलसाड में एनडीआरएफ की 17, एसडीआरएफ की 27 और सेना की 09 टुकड़ियों के अलावा वायु सेना और तटरक्षक बल की टीमों ने कुल 37,050 लोगों को बचाया है. साथ ही 42,083 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. इसके अलावा 53 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है.

700 करोड़ रुपये का अनुदान आवंटित

राहत कमिश्नर ने कहा कि इसके अलावा राज्य में भारी बारिश से प्रभावित कुल 2,230 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत अगले 10 दिनों में पूरी कर ली जाएगी और सभी सड़कों को यातायात योग्य बना दिया जाएगा. भारी बारिश के कारण राज्य के कुल 6,931 गांवों और 17 शहरों में बिजली गुल हो गई थी, जिनमें से 6,927 गांवों और सभी 17 शहरों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है. जबकि बाकी गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है. राज्य में कुल 88 बीजली विभाग के सब-स्टेशनों को जलभराव के कारण एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया था, जिनमें से 86 सब-स्टेशनों को दोबारा चालू कर दिया गया है. नगर विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत नगर निगम को सड़क मरम्मत सहित कई तरह के काम करने के लिए 700 करोड़ रुपये का अनुदान आवंटित किया गया है. (रिपोर्ट- बृजेश दोषी)

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