देश के उत्तरी भागों में अब हल्की-हल्की सर्दी का अहसास होने लगा है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में समय से पहले हुई बर्फबारी की वजह से तापमान में गिरावट जारी है. वहीं कुछ राज्यों से अभी मॉनसून वापसी नहीं शुरू हुई है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले दो से तीन दिनों तक आंध्र प्रदेश, दक्षिणी आंतरिक और तटीय कर्नाटक, केरल, माहे, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है. असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी ऐसी ही स्थिति रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल के गंगीय क्षेत्र, कर्नाटक, तेलंगाना और लक्षद्वीप में गरज और बिजली गिरने की भी भविष्यवाणी की है.
दिल्ली में अब मौसम सुहाना बना हुआ है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.3 डिग्री कम है. न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस रहा. आईएमडी ने शुक्रवार को भी आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है. आईएमडी ने 15 अक्टूबर तक तापमान के 33.3 डिग्री सेल्सियय तक पहुंचने की आशंका जताई है. आईएमडी के अनुसार सुबह की शुरुआत ठंडी और धूप वाली होने वाली है. शाम के समय ठंड बढ़ सकती है जिससे हल्के कपड़े पहनना जरूर जरूरी हो सकता है. 10 अक्टूबर यानी शुक्रवार को तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस और 31.3 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. 11 और 12 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा.
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने गुरुवार को बताया कि मौसम के मिजाज में बदलाव और उत्तरी हवाओं के प्रभाव से पिछले 24 घंटों में पूरे राजस्थान में तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है. मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार सुबह तक समाप्त हुए 24 घंटों में राज्य भर में मौसम शुष्क रहा. अधिकतम तापमान बाड़मेर में 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम तापमान पाली में 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने बताया कि इस अवधि के दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों ही मौसमी सामान्य से लगभग 3-4 डिग्री सेल्सियस कम रहे. मौसम केंद्र ने अनुमान लगाया है कि अगले पााच दिनों में अधिकतम तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान में कोई भी बदलाव नहीं होगा. अगले दो हफ्ते तक राज्य के अधिकांश भागों में शुष्क मौसम की स्थिति बनी रहने की संभावना है.
आईएमडी ने भारत के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी शुरू होने की भविष्यवाणी की है. इसके साथ ही मौसम से जुड़ी कई एडवाइजरी जारी की गई हैं. दक्षिण भारत में फिर से भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक बारिश का मौसम जारी रहने का अनुमान जताया है. पश्चिम बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में एक कम दबाव का क्षेत्र यानी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना है. इसके चलते तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश राज्यों पर ज्यादा खतरा मंडरा रहा है. कर्नाटक और केरल के तटों पर भी ऐसी ही मौसमी स्थितियां बनी हैं. नतीजतन, हवाओं की दिशा बदल गई है और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिल सकती है.
महाराष्ट्र से मॉनसून की वापसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है जिसके चलते धूप और तपिश बढ़ गई है. राज्य में फिलहाल बारिश की कोई चेतावनी नहीं है लेकिन अगर ये दोनों चक्रवाती हवाएं और तेज होती हैं, तो एक बार फिर से महाराष्ट्र भी बेमौसम बारिश की चपेट में आ सकता है. कुछ दिन पहले, वापसी की बारिश के कारण राज्य में बाढ़ आ गई थी. इसलिए, किसान अब उम्मीद कर रहे हैं कि ऐसी बेमौसम बारिश फिर से न हो.
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