बुलढाणा जिले में पिछले 3 दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने आम नागरिकों की परेशानी बढ़ा दी है और किसानों की चिंता बढ़ा दी है. लगातार 3 दिनों से हो रही भारी बारिश ने किसानों की कपास और गेहूं जैसी फसलों को निशाना बनाया है.
खामगांव शहर में 30 नवंबर को एक घंटे की भारी बारिश से हालात खराब हो गये. हर बार की तरह इस बार भी नागरिकों ने शहरों में जलजमाव के लिए नगर निगम प्रशासन की लापरवाह व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया. आधी रात तक व्यापारी अपनी दुकानों से बारिश का पानी निकालने का प्रयास करते रहे.
पिछले 3 दिनों से महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. 30 नवंबर को शाम 5 बजे के बाद महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में भी बारिश तेज हो गई. जिले के खामगांव शहर और उसके आसपास के कई गांवों में भारी बारिश हुई. एक घंटे तक हुई झमाझम बारिश से शहर के नाले तेजी से बहने लगे. इस बेमौसम बारिश से तापमान में काफी गिरावट आई है. पहले से परेशान किसानों की चिंता इस बारिश ने और बढ़ा दी है.
खामगांव शहर के घाटपुरी इलाके में व्यापारियों को बारिश के पानी से भारी नुकसान हुआ है. कई दुकानों में घुटने इतना पानी घुस जाने के कारण दुकान में रखा सामान भी भीग गया है. जिसके बाद व्यापारियों को लाखों के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है. सभी व्यापारी अपनी दुकानों से पानी निकालते नज़र आए.
पीड़ित व्यवसायी ने बताया कि नई सड़क बनने के बाद ठेकेदार ने नाली का काम नहीं किया. जिससे पानी की निकासी का रास्ता बंद हो गया है। कॉम्प्लेक्स के व्यापारियों ने खामगांव नगर निगम पर 3 साल में कई बार ठेकेदार की लापरवाही की लिखित शिकायत देने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकालने का आरोप लगाया है.
हमारे घाटपुरी इलाके के कांपलेक्स में घुटने इतना पानी जमा हो गया, परिसर का नाला ब्लॉक हुआ पड़ा है. 3 वर्षों में कई बार इसकी लिखित शिकायत नगर निगम को दी गई है. जब भी तेज बारिश होती है यह त्रासदी आती है. परिसर के सभी दुकानों का 50 हजार से ज्यादा का नुकसान हुआ है.