महाराष्ट्र के जलगांव जिले के मुक्ताईनगर में बादल फटने से दर्जन भर से ज्यादा गांव की फसलें पानी में डूब गईं. मंगलवार सुबह बादल फटने से तहसील में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. बताया जा रहा है कि सुबह 7 से 10 बजे तक, तीन घंटे तक भारी बारिश हुई. इसके कारण गोरक्षगंगा नदी के किनारे बसे लगभग 15 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इसके बाद कई छोटे-बड़े नाले उफान पर आ गए, जिससे बाढ़ का पानी गांवों में घुस गया. इस अचानक हुई बारिश से कृषि को व्यापक नुकसान हुआ है और कई खेत बह गए हैं. मुक्ताईनगर में करीब 15 गांव के कई एकड़ खेत जलमग्न हो गए.
अचानक आई इस बाढ़ के कारण कई घरों में पानी घुस गया है और जरूरी सामानों को बड़ा नुकसान हुआ है. कुर्ह के बाजार में भी पानी घुसने से व्यापारी भाग खड़े हुए. इस प्राकृतिक आपदा में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना भी घटी है. आशंका है कि काकोदा के 27 वर्षीय किरण मधुकर सावले बाढ़ के पानी में बह गए हैं. हालांकि, धामणगांव-देशकुंडा के पास नाले में बाढ़ आने से उनका रास्ता भी अवरुद्ध हो गया और वे वहीं फंस गए. प्रशासन तुरंत राहत कार्य शुरू करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश राहत कार्य में बाधा डाल रही है. इस बारिश ने क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है.
बता दें कि जलगांव ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र के तमाम जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. पिछले कुछ दिनों से मराठवाड़ा के विभिन्न इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. कई लोगों के घर ढह गए, तो किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गईं. किसान अब सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं. मराठवाड़ा में 13 सितंबर से मूसलाधार बारिश की वजह से सभी जिलों में बड़े पैमाने पर फसल और घरों को नुकसान पहुंचा है, छत्रपति संभाजी नगर डिविजनल कमिश्नर ने बताया कि 145 मंडल में 65mm के ऊपर बरसात हुई है. इतना ही नहीं मूसलाधार बरसात की वजह से 6 लोगों की जान गई है.
मराठवाड़ा विभाग आयुक्त ने बताया है कि इस बारिश में सबसे ज्यादा नुकसान खेती का हुआ है. अगर बात की जाए जून से लेकर अब तक तो 21 लाख 61 हज़ार हेक्टर जमीन पर नुकसान हुआ है. फिलहाल अभी मराठवाड़ा के विभिन्न इलाकों में खेती के नुकसान का पांचनामा चल रहा है और सभी इलाकों का पंचनामा होने के बाद पूरी रिपोर्ट राज्य सरकार को जाएगी और उसके बाद राज्य सरकार किसानों को आर्थिक मदद करेगी.
(इनपुट- मनीष जोग)
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