Himachal: लैंडस्लाइड और अचानक बाढ़ आने की आशंका, मौसम विभाग ने किसानों को किया आगाह

Himachal: लैंडस्लाइड और अचानक बाढ़ आने की आशंका, मौसम विभाग ने किसानों को किया आगाह

हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने की संभावना के बारे में भी चेतावनी दी है और तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण बागानों, खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे घरों को नुकसान पहुंचने की भी चेतावनी दी है. अधिकारियों के अनुसार, 27 जून से 5 अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं में 87 लोग मारे गए और राज्य को 684 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

Shimla cloudburst survivors face trauma and uncertainty. (Photo: India Today)Shimla cloudburst survivors face trauma and uncertainty. (Photo: India Today)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Aug 07, 2024,
  • Updated Aug 07, 2024, 7:00 AM IST

मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों में से सात जिलों - कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर और मंडी के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी. मौसम कार्यालय ने 7 और 10 अगस्त को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश, गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने का 'ऑरेंज' अलर्ट और 12 अगस्त तक बाकी दिनों में भारी बारिश का 'येलो' अलर्ट भी जारी किया.

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने मंगलवार शाम को कहा कि लगातार भारी बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण पहाड़ी राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 53 सड़कें बंद हो गईं. अधिकारियों ने कहा कि 31 जुलाई की रात को कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाना, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद अब तक चौदह शव बरामद किए गए हैं और 40 लोग अभी भी लापता हैं. केंद्र ने बताया कि राज्य में कुल 116 ट्रांसफार्मर और 65 पानी के प्लांट प्रभावित हुए हैं.

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हिमाचल का मौसम

मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने की संभावना के बारे में भी चेतावनी दी है. तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण बागानों, खड़ी फसलों, कमजोर ढांचे और कच्चे घरों को नुकसान पहुंचने की भी चेतावनी दी है. इससे फसलों को भारी नुकसान हो सकता है. किसानों को इसके लिए सचेत किया गया है. अधिकारियों के अनुसार, 27 जून से 5 अगस्त के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में 87 लोग मारे गए और राज्य को 684 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

बंगाल में भारी बारिश

इसी के साथ पश्चिम बंगाल में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर चक्रवाती सर्कुलेशन और सक्रिय मॉनसून गर्त के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि 9 अगस्त तक उप-हिमालयी जिलों दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग, कूच बिहार और अलीपुरद्वार में भारी बारिश की संभावना है. साथ ही भूस्खलन की चेतावनी भी दी गई है. 

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मौसम विभाग ने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के पहाड़ी जिलों में भूस्खलन और तीस्ता, जलधाका, संकोश और तोर्शा जैसी नदियों में जल स्तर बढ़ने की चेतावनी दी है. दक्षिण बंगाल के अधिकांश स्थानों पर 8 अगस्त की सुबह तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुरा, पुरुलिया, झारग्राम बीरभूम और पश्चिम बर्धमान जिलों में 7 अगस्त की सुबह तक भारी बारिश की संभावना है. दक्षिण बंगाल के पुरुलिया जिले के खड़ीद्वार में मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटों में पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 100 मिमी बारिश हुई, जबकि इसी अवधि के दौरान पानागढ़ में 90 मिमी बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी, फलकाटा और धूपगुड़ी में 70-70 मिमी बारिश हुई.

दिल्ली-NCR का हाल

इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली समेत कई इलाकों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का अनुमान है. पूरे सप्ताह छिटपुट से लेकर काफ़ी व्यापक बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने चेतावनी दी है कि अनुमानित बारिश की वजह से ट्रैफिक में थोड़ी-बहुत बाधा आ सकती है, दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ सकती है और निचले इलाकों और सड़कों पर पानी जमा हो सकता है. दिल्ली में बुधवार को तापमान 27 से 33 डिग्री के बीच रह सकता है और बादल छाए रह सकते हैं. हल्की बारिश का भी अनुमान है. 11 तारीख तक ऐसे ही मौसम का पूर्वानुमान है जिसमें हल्की बारिश से लेकर गरच-चमक की आशंका जाहिर की गई है.

 

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