
पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. धूप खिलने के बावजूद हवा में गलन महसूस हो रही है. हड्डियों को कंपाने वाली ठंड लोगों को परेशान कर रही है. कहीं-कहीं बारिश होने के बाद उम्मीद जताई गई कि ठंड कुछ कम होगी. लेकिन बारिश के बाद धूप खिल रही है, पर उसमें गर्मी नहीं है. पूरे उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में शीतलहर (cold wave) का असर देखा जा रहा है. अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है.
हिमालय की तरफ से उत्तर-पश्चिमी हवाएं मैदानी इलाकों की तरफ चल रही हैं जिससे ठंड बढ़ गई है. मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि अगले दो दिन और भी परेशान करने वाले होंगे क्योंकि ठंड और ज्यादा बढ़ेगी. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने कहा है कि 19 जनवरी से ठंड कम होगी और लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी. वजह ये है कि लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ पूरे उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में चलना शुरू होगी.
पश्चिमी विक्षोभ एक तरह की मौसम प्रणाली है जिसमें गर्म और नम हवाएं मध्य पूर्व की तरफ से चलती हैं. जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत की ओर रुख करेगी, इससे मौजूदा हवा की दिशा बदल जाएगी. इस तरह हिमालय की तरफ से आने वाली हाड़ कंपाने वाली हवाओं का आना रुक जाएगा जिससे तापमान में बढ़ोतरी होगी और ठंड (biting cold) कम हो जाएगी.
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राज्यवार बात करें तो खतरनाक शीतलहर (cold wave) की स्थिति दिल्ली, पंजाब-हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में बनी हुई है. इन राज्यों में न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री के बीच बनी हुई है. कहीं-कहीं न्यूनतम तापमान तीन से पांच डिग्री के बीच बनी हुई है. राजस्थान के चूरू में सोमवार को न्यूनतम तापमान (minimum temperature) माइनस 2.5 डिग्री दर्ज किया गया. मैदानी इलाकों में यह सबसे कम तापमान है.
दिल्ली के सफदरजंग मौसम वेधशाला में सोमवार को न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. एक जनवरी, 2021 के बाद जनवरी में यह सबसे कम तापमान है. आईएमडी के मुख्यालय लोधी रोड में न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री दर्ज किया गया. दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आयानगर में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस, मध्य दिल्ली के रिज में दो डिग्री सेल्सियस और पश्चिमी दिल्ली के जाफरपुर में 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
IMD ने कहा कि 17 जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट आने की संभावना है. इसमें कहा गया है कि दो ताजा पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव में 18 जनवरी से 20 जनवरी तक न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी. मैदानी इलाकों में यदि न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या जब यह 10 डिग्री सेल्सियस और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो जाता है, तो शीतलहर की घोषणा की जाती है.
पंजाब और हरियाणा में सोमवार को कड़ाके की ठंड देखी गई. यहां का न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया. मौसम विभाग (imd weather update) के अनुसार फरीदकोट और बठिंडा न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस के साथ पंजाब में सबसे ठंडे स्थान रहे. अमृतसर का न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस जबकि लुधियाना का न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
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पटियाला, पठानकोट और गुरदासपुर में क्रमश: 2.3, 4.7 और 3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पड़ोसी राज्य हरियाणा में हिसार में न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अंबाला का न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. करनाल, नारनौल, रोहतक, भिवानी और सिरसा का न्यूनतम तापमान क्रमश: 2, 3, 2.2, 4.1 और 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.(PTI)