Haryana Rain Alert: हरियाणा में भारी बारिश की भविष्यवाणी के मद्देनजर, सैनी सरकार ने सभी फील्ड अधिकारियों को अपने मुख्यालयों पर रहने और 5 सितंबर तक कड़ी सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. आईएमडी ने आने वाले दिनों में भारी वर्षा के कारण बाढ़ की संभावना जताई है.
मौजूदा रबी सीजन में चरखी दादरी जिला की अनाज मंडियों में सरसों और गेहूं की बंपर आवक हुई है. मंडी में आवक अधिक होने के कारण सरसों और गेहूं की ढेरियां लगी हैं तो कहीं सड़कों पर अनाज पड़ा है. हालांकि अब सरकारी खरीद बंद हो चुकी है. वहीं गेहूं और सरसों की आवक अधिक और उठान धीमी गति से होने के कारण हजारों क्विंटल अनाज खुले में पड़ा है. जो देर रात और अल सुबह तेज आंधी और बारिश आने के कारण भीग गया है और अनाज खराब होने का भी अंदेशा है.
आढ़तियों का कहना था कि मौसम विभाग ने पहले से ही इस बात की भविष्यवाणी भी कर रखी थी, लेकिन उसके बावजूद प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि झज्जर अनाज मंडी में केवल वही फसल बची है जो कि तीन साइड के नीचे पड़ी हुई है. बाकी सारा का सारा खुले में पड़ा हजारों क्विंटल गेहूं बरसात के पानी में बुरी तरह भीग गया जिसका सीधे रूप से नुकसान आढ़तियों को होना बताया गया है.
जींद की अनाज मंडी में आढ़ती ने बताया कि गुरुवार रात की बारिश से चार लाख गेहूं की बोरियों में पानी आ गया और गेहूं की बोरियां भीग गईं. प्रशासन ने कोई भी व्यवस्था नहीं करवाई हुई थी. अगर अनाज मंडी में शेड बनी होती तो यह गेहूं शेड के नीचे रखा जाता जिससे आढ़तियों को करोड़ों रुपये का नुकसान नहीं होता.
सिर्फ दिल्ली- एनसीआर ही नहीं, बल्कि हरियाणा में भी वायु प्रदूषण से लोगों का हाल बेहाल हो गया है. आलम यह है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को फ्लैग मार्च निकालना पड़ रहा है. साथ ही पराली जलाने वाले आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है.
किसानों का कहना है कि भिवानी, हिसार और महेंद्रगढ़ (जिन इलाकों में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है) जिले के गांवों में सबसे अधिक नुकसान देखा जा रहा है. इन जिलों में पिछले चार-पांच दिनों से पाले (frost) का बहुत अधिक असर पड़ा है. पाला और ठंड (cold) अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है और इससे और अधिक नुकसान होने की संभावना है.
हिमालय की तरफ से उत्तर-पश्चिमी हवाएं मैदानी इलाकों की तरफ चल रही हैं जिससे ठंड बढ़ गई है. मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि अगले दो दिन और भी परेशान करने वाले होंगे क्योंकि ठंड और ज्यादा बढ़ेगी. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने कहा है कि 19 जनवरी से ठंड कम होगी और लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी.
कश्मीर के कई इलाकों में शुक्रवार को ताजा बर्फबारी (snowfall) और बारिश दर्ज की गई. इससे श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाइवे बंद हो गया और घाटी से आने-जाने वाली फ्लाइट पर असर देखा गया. जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी देखी गई जबकि कई मैदानी इलाकों में मध्यम बर्फबारी हुई.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today