
भारत मौसम विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों के लिए कुछ राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें गुजरात भी शामिल है. गुजरात के मध्य भागों और सौराष्ट्र क्षेत्र के उत्तरी जिलों में भारी से लेकर बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. इस मौसम पैटर्न का कारण गुजरात के कई इलाकों में सक्रिय गहरे दबाव का क्षेत्र है. मौसम विभाग ने इसमें एक नए टर्म 'असाधारण रूप से भारी बारिश' (एक्सेप्शनल हेवी रेनफॉल) का जिक्र किया है. यह बारिश गुजरात के कई इलाकों में खतरा पैदा कर सकती है. आइए जानते हैं कि ये असाधारण रूप से भारी बारिश क्या है और गुजरात से इसका क्या नाता है.
असाधारण बारिश उसे कहते हैं जब किसी एक दिन की बारिश निर्धारित लिमिट को पार कर जाती है या उस लिमिट को छू जाती है. यह लिमिट होती है उस पूरे महीने में रिकॉर्ड की गई पूरी बारिश. यानी जब एक दिन की बारिश पूरे महीने की लिमिट या रिकॉर्ड को पार कर जाए तो उसे असाधारण बारिश या एक्सेप्शनल रेनफॉल कहते हैं. किसी भी मौसम स्टेशन पर हुई यह बारिश की मात्रा बेहद तीव्र या खतरनाक मौसम की स्थिति को बयां करती है जिससे आम जनजीवन खतरे में पड़ सकता है.
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फिलहाल, गुजरात क्षेत्र पर मंडरा रहे गहरे दबाव के कारण सामान्य मॉनसून की तुलना में कहीं अधिक भारी बारिश होने की उम्मीद है. मध्य गुजरात और उत्तरी सौराष्ट्र में भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे बड़े पैमाने पर बाढ़, जलभराव और इससे जुड़े जोखिम की स्थितियां पैदा हो सकती हैं.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए, प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. स्थानीय अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और संभावित इमरजेंसी स्थितियों से निपटने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं. लोगों को घर के अंदर रहने, बिना जरूरी यात्रा से बचने और वास्तविक समय की जानकारी के लिए आधिकारिक चैनलों के माध्यम से अपडेट रहने के लिए बताया जा रहा है.
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) सहित इमरजेंसी सेवाएं खतरनाक मौसम के कारण होने वाली किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है. साथ ही सरकारी एजेंसियां भी स्वास्थ्य सेवा, बिजली और पानी की आपूर्ति में कम से कम रुकावट को सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक 27 अगस्त को सुरेंद्रनगर और मोरबी में बारिश का रेड अलर्ट तो पाटन, गांधीनगर, खेड़ा, आनंद, राजकोट, जामनगर, बोटाद और कच्छ में बारिश का ऑरेंज अलर्ट रहेगा. इन जिलों के अलावा बाक़ी के सभी जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
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मौसम विभाग के वैज्ञानिक रामाश्रय यादव ने कहा है कि गुजरात में 1 जून से अब तक सीजन में कुल 680 एमएम यानी 77 प्रतिशत बारिश हो चुकी है जिसमें सबसे ज्यादा बारिश 89 प्रतिशत कच्छ में, 91 प्रतिशत बारिश दक्षिण गुजरात में, 83 प्रतिशत बारिश सौराष्ट्र में, 63 प्रतिशत बारिश मध्य पूर्व गुजरात में तो नॉर्थ गुजरात में अब तक 60 प्रतिशत सीजन की कुल बारिश दर्ज की गई है.