झुलसती धूप और तपते मौसम के बीच बिहार में आसमान से गिरती फुहारें लोगों के साथ खरीफ की फसलों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं हैं. गर्मी के तेवर भले तेज हों, लेकिन बारिश की बूंदें राहत की ठंडी सांस बनकर बरस रही हैं. वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र पटना का ताज़ा पूर्वानुमान बताता है कि 21 से 24 अगस्त तक बारिश का मिज़ाज एक बार फिर करवट लेगा और कई जिलों में झमाझम बारिश होने का अनुमान हैं. हालांकि, इस राहत भरी बरसात के बीच अभी भी मॉनसून 25 फ़ीसदी कमजोर है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के वैज्ञानिक आशीष कुमार बताते हैं कि 19 और 20 अगस्त को राज्य में बारिश के पैटर्न में कुछ कमी देखने को मिलेगी. लेकिन 21 अगस्त से बारिश की रफ्तार तेज हो जाएगी और यह सिलसिला 24 अगस्त तक जारी रहेगा. खासतौर पर 22, 23 और 24 अगस्त को राज्य के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. इनमें बांका, भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधेपुरा, मुंगेर, सहरसा और बेगूसराय जिला शामिल हैं.
पटना जिले के रहने वाले किसान अभिजीत सिंह बताते हैं कि जिले में रुक-रुककर हो रही बारिश की वजह से अगस्त महीने में अब तक सिंचाई को लेकर ज्यादा दिक्कत नहीं हुई है. अगर बारिश का यह सिलसिला इसी तरह जारी रहा, तो धान की फसल तंदुरुस्त रहेगी और अच्छा उत्पादन मिलने की उम्मीद है. हालांकि, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 24 अगस्त के बाद बारिश में फिर कमी आ सकती है. लेकिन अगले चार दिनों में होने वाली बारिश से किसानों को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है.
मौसम विभाग की ओर से आने वाले दो दिनों के दौरान राज्य के करीब 21 जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, बांका, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, जमुई, नवादा, गया, औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास सहित अन्य जिले शामिल हैं.
वहीं, भागलपुर, बांका, पूर्णिया और किशनगंज के कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. इस संबंध में मौसम विभाग ने 20 अगस्त को अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश और आंधी-तूफान की आशंका को देखते हुए किसानों और आम नागरिकों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलने की भी सलाह दी गई है.