उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सिर्फ ग्रामीण इलाकों में ही सब्जियों, फलों और औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा नहीं दे रही, बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी बागवानी बढ़ाने के लिए काम कर रही है. उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने शुक्रवार को उद्यान निदेशालय के सभाकक्ष में समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने शहरी क्षेत्रों में घरों की छत पर सब्जियों, फलों, औषधीय पौधों और मसालों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए रूफ टॉप गार्डेनिंग योजना बनाए जाने के निर्देश दिए.
इस समीक्षा बैठक में उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि रूफ टॉप गार्डेनिंग शहरी क्षेत्र में बागवानी का एक उत्तम तरीका है. इससे ना केवल वातावरण में हरियाली रहती है, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता और स्वास्थ्य लाभ भी बहुत सारे प्राप्त होते हैं. उन्होंने बताया कि सीमित स्थानों में हरियाली बढ़ाने का यह एक आधुनिक उपाय है, जो तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. उद्यान मंत्री कहा कहना है कि इससे नागरिकों को जैविक रूप से उगाई गई उच्च गुणवत्ता की सब्जियां और फल भी प्राप्त होंगे.
उद्यान मंत्री ने दिनेश प्रताप सिंह ने इस बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस योजना का विस्तृत प्रस्ताव आईआईवीआर वाराणसी के तकनीकी सहयोग से तैयार कर भारत सरकार से अनुमोदित कराया जाए. शुरुआत में इस योजना को प्रारंभिक चरण में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाया जाएगा. इसके लिए लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर आदि प्रमुख शहर चुने गए हैं, जहां इसे शुरू किया जाएगा, जिससे शहरी क्षेत्रों में बागवानी को बढ़ावा मिले.
बता दें कि इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बी.एल. मीणा ने कहा कि इसके लिए नागरिकों के बीच जागरुकता और प्रचार प्रसार के दृष्टिगत फ्री किट वितरण व प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है. बैठक में निदेशक उद्यान डॉ. बी.पी. राम, वित्त नियंत्रक अनिल कुमार सिंह, संयुक्त निदेशक सर्वेश कुमार सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे.
दरअसल, रूफ टॉप गार्डेनिंग यानी छत पर बागवानी करने के कई सारे फायदे होते हैं. इससे सिर्फ घर सुंदर नहीं होता बल्कि सेहत, पर्यावरण और आर्थिक रूप से भी आपको लाभ मिलता है. इससे आपको रोजाना ताजी और बिना रसायन वाली फल-सब्ज़ियां मिलती रहती हैं. घर पर उगे हरे पत्तेदार और मौसमी उत्पाद पोषण से भरपूर होते हैं. इसके साथ ही बाजार से रोज सब्जी-फल खरीदने का खर्चा भी काफी हद तक बच जाता है.
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