पंजाब में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सरकारी खरीद की प्रक्रिया मंगलवार से फिर तेज होगी. रविवार रात को मंडी मजदूरों ने हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था, जिसके तहत पंजाब की मंडियों में काम कर रहे मजदूर सोमवार को हड़ताल पर रहे थे. इस वजह से कई मंडियों में गेहूं समेत अन्य रबी सीजन की फसलों की सरकारी खरीद प्रक्रिया धीमी हो गई थी. तो कई मंडियों में खरीद प्रक्रिया पूरी तरह ठप हुई थी. इस बीच हड़ताल मजदूरों ने सोमवार शाम को हड़ताल वापिस लेने की घोषणा की है, जिसके तहत पंजाब की मंडियों में मंगलवार से गेहूं खरीद की प्रक्रिया में तेजी आने की उम्मीद है.
पंजाब मंडी मजदूर यूनियन ने रविवार शाम को सोमवार को पंजाब भर की मंडियों में हड़ताल करने का ऐलान किया था. यूनियन ने कहा था कि जब तक उनकी मजदूरी में 25% बढ़ोतरी का किया वादा पूरा नहीं होता, तब तक हड़ताल पर रहेंगे. इस वजह से सोमवार को पंजाब की ज्यादातर मंडियों में मजदूरों ने काम नहीं किया. इस वजह से मंडियों में कामकाज बड़े स्तर पर ठप रहा, जिसको लेकर साेमवार को मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र धूरी में ही प्रशासन और मजदूर यूनियन की मीटिंग हुई, जिसमें मजदूरों को भरोसा दिलाया गया कि आने वाली 25 अप्रैल को चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ उनकी बैठक करवाई जाएगी. इसके बाद मजदूर यूनियन ने हड़ताल खत्म कर काम पर वापिस लौटने की घोषणा की है.
ये भी पढ़ें- राष्ट्रपति ने ग्राम पंचायतों को दिया विकास का मंत्र, कहा-गांवों में बसती है देश की आत्मा
इसको लेकर पंजाब मंडी मजदूर यूनियन के पंजाब अध्यक्ष सनी खटक ने बताया कि हमने कल पूरे पंजाब की मंडियों में हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था, जिस वजह से सोमवार को पूरा दिन पंजाब भर के ज्यादातर मंडियों में कामकाज ठप रहा. उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को हमारी मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र धूरी में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई, जिनमें धूरी के एसडीएम, धुरी मार्केट कमेटी के चेयरमैन और आढ़ती यूनियन धूरी के अध्यक्ष शामिल थे, जिन्होंने हमें भरोसा दिलाया कि हमारी मांगों को जल्द पूरा किया जाएगा और अगले मंगलवार को 25 अप्रैल को 11:00 बजे चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ हमारी मीटिंग करवाई जाएगी और तब तक हमने हमारी इस हड़ताल को समाप्त कर दिया है.
वहीं संगरूर के डिप्टी कमिश्नर जितेंद्र जोरावर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन और मजदूर यूनियन के बीच बैठक हुई, जिसमें 25 अप्रैल को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री दफ्तर में मीटिंग का समय यूनियन को दिला दिया गया है और उसके बाद सभी मजदूर काम पर लौट आए हैं.अब मंडियों में गेहूं की खरीद के काम में किसी प्रकार की कोई रुकावट नहीं है.
मंडी में काम करने वाले मजदूरों ने अपनी मजदूरी में 25 फीसदी बढ़ाेत्तरी की मांग की थी. इस संबंध में पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी 25 फीसदी बढ़ोत्तरी का ऐलान किया था, जिसमें 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी केंद्र सरकार की खरीद एजेंसी की तरफ से देने और बाकी 5 फीसदी राशि पंजाब सरकार को देनी थी, लेकिन मजदूरी में सिर्फ 12 पैसे ही बढ़ोतरी की गई है, जो पर्सेंट में 0.93% बनता है. जिसके विरोध में मजदूरों ने हड़ताल का ऐलान किया था.
ये भी पढ़ें- Heat Wave: गर्मी से फसल और मवेशी भी होते हैं बीमार, बढ़ते तापमान में ऐसे रखें खयाल
ये भी पढ़ें- Tips: बिना काटे चल जाएगा पता तरबूज मीठा है या नहीं, खरीदने से पहले देख लें ये 4 बातें