फ्री राशन स्कीम एक ऐसी योजना है जिसका लाभ देश के गरीब और पिछड़े वर्ग को दिया जाता है. इस स्कीम के तहत गरीब और पिछड़े लोगों को फ्री में राशन दिया जाता है. ताकि वो अपना जीवन यापन आसानी से कर सकें. सरकार 2023 में भी देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देना जारी रखेगी. सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मुफ्त राशन एक साल के लिए बढ़ा दिया है. वहीं इस योजना से जुड़े कई सवाल हैं. तो आइए जानते हैं मुफ्त राशन योजना से जुड़े पांच अहम सवालों के जवाब.
केंद्र सरकार देश के गरीब लोगों को मुफ्त राशन कार्ड की सुविधा देने जा रही है. देश के वे सभी लोग जो एपीएल और बीपीएल परिवारों से हैं, लेकिन उनके पास राशन कार्ड नहीं है, वे केंद्र या राज्य सरकार की योजना के तहत मुफ्त राशन कार्ड योजना के लिए पात्र हैं. देश के राज्यों की सरकार गरीब लोगों को बिना राशन कार्ड के भी मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है.
केंद्र सरकार द्वारा प्रवासी नागरिकों को राशन उपलब्ध कराने के लिए एक देश एक राशन कार्ड योजना शुरू की गई थी. जिसके तहत लाभार्थियों को कम कीमत पर गेहूं, चावल आदि खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है. आपको बता दें कि इस योजना के शुरू होने से देश का कोई भी नागरिक किसी भी पीडीएस दुकान से अपना राशन प्राप्त कर सकता है. इस योजना का लाभ सभी राशन कार्ड धारक उठा सकते हैं. यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत शुरू की गई थी. वन नेशन वन कार्ड में देश की 5.25 लाख राशन दुकानें शामिल हैं.
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राशन कार्ड बनाने से पहले यह जानना जरूरी है कि राशन कार्ड कितने प्रकार के होते हैं. राशन कार्ड तीन प्रकार के होते हैं. पहला बीपीएल कार्ड यानि गरीबी रेखा से नीचे. यह कार्ड उन परिवारों के लिए बनाया जाता है जो गरीबी रेखा से नीचे हैं. इस कार्ड के तहत 25 से 30 किलो राशन मिलता है. दूसरा कार्ड है एपीएल कार्ड यानि गरीबी रेखा से ऊपर का कार्ड. यह कार्ड उन लोगों के लिए है जो गरीबी रेखा से ऊपर हैं. इसके तहत 15 किलो राशन दिया जाता है. तीसरा कार्ड है AAY यानी अंत्योदय कार्ड. यह कार्ड उन लोगों के लिए बनाया गया है जो बहुत गरीब हैं.