भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) पूसा ने उन किसानों को सम्मानित करने का फैसला लिया है, जो खेती-किसानी में कुछ हटकर काम कर रहे हैं. इसके लिए इच्छुक किसान संस्थान द्वारा जारी किए गए एक प्रोफार्मा के अनुसार, पासपोर्ट साइज फोटो के साथ फार्म भरकर सक्षम अधिकारियों से सर्टिफाइड करवाकर 31 जनवरी 2023 तक भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के संयुक्त निदेशक (प्रसार) के पास भेज दें. चयनित किसानों को 2-4 मार्च को आयोजित होने वाले पूसा कृषि विज्ञान मेले में पुरस्कृत किया जाएगा. संस्थान ने कहा है कि इसके जरिए खेती में इनोवेशन को बढ़ाया जाएगा.
संस्थान ने इसके लिए कुछ शर्तें लगाई हैं. जिसमें कहा गया है कि वे किसान, जिन्हें पहले इस संस्थान का नवोन्मेषी किसान पुरस्कार मिल चुका है, उन्हें इसके लिए दोबारा नहीं चुना जाएगा. हालांकि, वे फेलो फार्मर अवार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं. दोनों पुरस्कारों के लिए अलग-अलग आवेदन भर कर भेजना होगा. चुने गए किसानों को पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लेने के लिए समय पर सूचना दी जाएगी.
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आवेदन निम्न में किसी भी सक्षम अनुशंसा प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित और अनुशंसित होनी चाहिए. ऐसा न होने पर आवेदन पत्र निरस्त माना जाएगा. इनमें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों के निदेशक, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति या प्रसार निदेशक, अटारी के निदेशक, कृषि उत्पादन आयुक्त या सचिव, राज्य सरकार के कृषि, बागवानी, पशुपालन, मात्स्यिकी, रेशम विभाग के निदेशक और कृषि विज्ञान केन्द्र के अध्यक्ष शामिल हैं.
उपरोक्त प्राधिकारी अपने कार्यक्षेत्र से योग्य किसानों के लिए भरे प्रपत्र के साथ दस्तावेजों सहित नामांकन ईमेल या हार्ड कॉपी भेज या अग्रेषित कर सकते हैं. ईमेल से भेजी जाने वाली स्थिति में मूल हस्ताक्षरित दस्तावेजों की स्कैन कॉपी भी संलग्न करना होगा. आप भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के संयुक्त निदेशक (प्रसार) की ई-मेल आईडी (jd_extn@iari.res.in) पर नामांकन भेज सकते हैं.
इसमें आवेक को कृषि योग्य जमीन का ब्यौरा देना होगा. यह बताना होगा कि सिंचित क्षेत्र में हैं या नहीं. मछली और कुक्कुट सहित पशु संसाधन और कृषि मशीनरी की डिटेल देनी होगी. यह बताना होगा कि आवेदक कौन-कौन सी नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है. किसी टेक्नोलॉजी को स्वीकार किया है, उसे मोडिफाई किया है या फिर खुद कोई जुगाड़ बनाया है. इसे बताना होगा.
आवेदक ने कितने किसानों को उसने खेती की नई बातें बताई हैं. उससे कितना फायदा हुआ है. वो आर्गेनिक, नेचुरल या ट्रेडिशनल खेती कर रहा है इसका ब्यौरा भी देना होगा. आवेदक को कृषि क्षेत्र के विकास के लिए अपना विजन भी बताना होगा. फसलों की लागत और आय का ब्यौरा भी देना होगा.
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