PM किसान के तहत लोन के नाम पर साइबर ठगी, किसान के बैंक और क्रेडिट कार्ड से कट गए इतने लाख

PM किसान के तहत लोन के नाम पर साइबर ठगी, किसान के बैंक और क्रेडिट कार्ड से कट गए इतने लाख

साइबर ठगों ने इन दिनों केंद्र सरकार की पीएम किसान सम्‍मान निध‍ि योजना को ठगी का जाल बना लिया है. नया मामला हैदराबाद से सामने आया है, जहां किसानों को पीएम किसान के तहत लोन देने के नाम पर लाखों रुपये का नुकसान हो गया.

Fraudster Duped Farmer Of Four Lakh Rupees.Fraudster Duped Farmer Of Four Lakh Rupees.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 25, 2025,
  • Updated Jan 25, 2025, 4:49 PM IST

PM Kisan Scheme Fraud Alert: नई सुवि‍धाओं और तकनीक के बढ़ने के साथ ही इनका दुरुपयोग भी बढ़ने लगा है. सरकार की योजनाओं के नाम पर बड़े पैमाने पर अब साइबर ठगी का काम हो रहा है. इसमें खेती-किसानी से जुड़ी योजनाओं को भी ये ठग टारगेट कर रहे हैं. दिन-ब-दिन इसके मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला हैदराबाद से सामने आया है, जहां एक युवा किसान साइबर ठग के जाल में फंस गया और 4 लाख रुपये से ज्‍यादा का नुकसान का हो गया. 

PM किसान योजना का प्रति‍निधि बनकर किया मैसेज

'दि हिंदू' की रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद के 36 साल के एक किसान के पास एक अनजान नंबर से पीएम किसान योजना के तहत सब्सिडी वाले लोन के ऑफर का मैसेज आया. जालसाज ने दावा किया कि वह पीएम किसान योजना का एक प्रतिनिध‍ि है. किसान ने मैसेज पर भरोसा कर लिंक पर क्लिक किया, जिससे उसके फोन में APK फाइल इंस्‍टॉल हो गई और देखते ही देखते उसका फोन हैक हो गया.

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OTP एक्‍सेस कर निकाली बड़ी रकम

फोन हैक होने से जालसाज के पास पूरा एक्‍सेस चला गया और उसे वन टाइम पासवर्ड (OTP) हासि‍ल कर खाते से 4.09 लाख रुपये की बड़ी रकम निकाल ली. पीड़ित किसान की शिकायत पर हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने साइबर ठगी का केस दर्ज किया है. पीड़‍ित ने पुलिस को बताया कि उसके खाते और दो क्रेडिट कार्ड से कुछ मिनटों में ही बड़े ट्रांजेक्‍शन हुए. पीड़‍ित ने ICICI और IDFC बैंक के कस्टमर केयर को कॉल करके इसकी जानकारी दी, लेकिन तब तक क्रेडिट कार्ड से 4.07 लाख रुपये के ट्रांजेक्‍शन हो चुके थे.

इन स्‍टेप्‍स को फॉलो कर साइबर ठगी से बचें

  • अगर आप किसी सरकारी योजना की जानकारी या इसके आवेदन से जुड़ा कोई काम कर रहे हैं तो यह ध्‍यान रखें कि सिर्फ विभाग या योजना की आध‍िकारिक वेबसाइट का ही इस्‍तेमाल करें. 
  • गूगल पर योजना से जुड़ा किसी प्रकार का हेल्‍पलाइन नंबर मिल जाने पर उसका इस्‍तेमाल न करें. विभाग, योजना के पोर्टल या पर विश्‍वसनीय वेबसाइट से ही हेल्‍पलाइन नंबर निकालें.
  • बैंकों और विभागों की तरफ से कभी लिंक भेजकर किसी योजना या लोन का लाभ नहीं दिया जाता है. अगर कोई अनजान व्‍यक्ति बैंक या योजना से जुड़ा प्रतिनिध‍ि बनकर लालच देता है तो सावधानी बरतें और इसकी शि‍कायत थाने/साइबर थाने या केंद्र सरकार के साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल- cybercrime.gov.in पर करें.
  • क‍िसी भी व्‍यक्ति के साथ ओटीपी शेयर न करें. वॉट्सऐप, मैसेज के माध्‍यम से आने वाले वाले लुभावने ऑफर्स से सतर्क रहें और बिना सोचे समझे किसी लिंक पर क्लिक न करें.

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