अब सब्सिडी पर लें अच्छी नस्ल की गाय-भैंसें, फैट जांचने की मशीन और फ्रीजर भी मिलेगा

अब सब्सिडी पर लें अच्छी नस्ल की गाय-भैंसें, फैट जांचने की मशीन और फ्रीजर भी मिलेगा

अब मध्य प्रदेश के गांव-गांव में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों की समितियां बनाई जाएगी. ये समितियां किसानों को दूध से जुड़ी मशीन के अलावा गाय-भैंस खरीदने के लिए सब्सिडी देने और किसानों के पास से दूध लेकर उसे प्लांट तक पहुंचाने का काम करेंगी.

सब्सिडी पर लें अच्छी नस्ल की गाय-भैंसेंसब्सिडी पर लें अच्छी नस्ल की गाय-भैंसें
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Dec 11, 2024,
  • Updated Dec 11, 2024, 3:14 PM IST

मध्य प्रदेश में अब जोर-शोर से दूध क्रांति लाने की तैयारी चल रही है. दरअसल, डेयरी सहकारी समिति (डीसीएस) और मिल्क पुलिंग पॉइंट्स (एमपीपी) के जरिए प्रदेश में दूध क्रांति को गति दी जाएगी. इसके लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम 2.0 लांच किया है. इस कार्यक्रम के तहत किसानों को जोड़ने से लेकर, मिल्क विक्रेताओं की चेन बनाने, डी-फ्रीजर और पशुपालकों को अच्छे नस्ल के दुधारू पशु उपलब्ध कराने पर काम किया जाएगा. इसके साथ ही किसानों की आय बढ़ाने के लिए बाजार दर पर दूध के दाम बढ़ाने पर भी काम किया जाएगा.

किसानों की बनेगी समितियां

गांव-गांव में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों की समितियां बनाई जाएगी. ये समितियां किसानों को दूध से जुड़े मशीन के अलावा गाय-भैंस खरीदने के लिए सब्सिडी देने और किसानों के पास से दूध लेकर उसे प्लांट तक पहुंचाने का काम करेंगी. इसके अलावा ये समितियां गांव में जन जागरूकता बढ़ाने का भी काम करेंगी. साथ ही समितियां अपने अनुसार निर्णय ले सकेंगी.

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दूध इकट्ठा करने की योजना

राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) इंदौर के गांवों में डेयरी सहकारी समिति बनाकर दूध इकट्ठा करने की योजना बना रही है. इस काम को पायलट प्रोजेक्ट के तहत लागू किया गया है. ऐसे में अगर इस प्रोजेक्ट को यहां सफलता मिलती है तो इस व्यवस्था को सभी जगह लागू किया जाएगा.

मिलेगी दूध जांचने की मशीन

इसके अलावा प्रदेश में प्रति वर्ष डीसीएस यानी वितरित नियंत्रण प्रणाली की संख्या 500 से ज्यादा बढ़ाई जाएगी. दरअसल, दस पंचायतों को मिलकर एक डीसीएस बनाई जाएगी. बता दें कि प्रदेश में 55 हजार से अधिक गांव हैं. इसमें बड़े से लेकर छोटे किसानों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. इसके अलावा सुबह और शाम दोनों समय में दूध खरीदने की व्यवस्था की जाएगी. अगर दूध को केंद्र तक पहुंचाने में समय लगता है तो उसे फ्रीजर में रखा जाएगा. वहीं इसके फैट निकालने और जांचने की भी मशीन समितियों को मिलेगी.

दूध वाले सामानों की ब्रांडिंग

इसके अलावा सरकार प्रदेश में बनाए जा रहे दूधों से उत्पादों की ब्रांडिंग करेगा. बाजार की मांग के अनुसार दूध से बनने वाले नए-नए उत्पादों को तैयार कर उसकी देश और विदेशों में सप्लाई की जाएगी. इसके ब्रांड बनाने का काम एनडीडीबी करेगा.

पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री, लखन पटेल ने कहा कि प्रदेश में दूध क्रांति पर काम किया जा रहा है. इसमें दूध उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ दूध उत्पादन समितियां बनाने और किसानों को दूध का उचित दाम दिलाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है. 

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