मध्य प्रदेश में छुट्टा पशुओं के ल‍िए पंचायत स्तर पर गौशालाएं, क‍िसानों की समस्याओं का होगा समाधान

मध्य प्रदेश में छुट्टा पशुओं के ल‍िए पंचायत स्तर पर गौशालाएं, क‍िसानों की समस्याओं का होगा समाधान

इन दिनों देश के कई राज्य छुट्टा गोवंशों से परेशान हैं. वहीं मध्य प्रदेश सरकार का पशुपालन विभाग छुट्टा गोवंशों के लिए उचित व्यवस्था बनाने में सफलता की तरफ बढ़ रहा है. उम्मीद की जा रही है क‍ि इससे प्रदेश में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं.

देश के कई राज्य आवारा पशुओं से परेशान हैं, मध्य प्रदेश सरकार ने इनके रख रखाव के लिए नई गौशालाओं का निर्माण कराया है, गोवंशों की प्रतीकात्मक तस्वीर, Photo: Freepik देश के कई राज्य आवारा पशुओं से परेशान हैं, मध्य प्रदेश सरकार ने इनके रख रखाव के लिए नई गौशालाओं का निर्माण कराया है, गोवंशों की प्रतीकात्मक तस्वीर, Photo: Freepik
नयन त‍िवारी
  • Noida,
  • Jan 06, 2023,
  • Updated Jan 06, 2023, 11:37 AM IST

आज के समय में कृषि पूरी तरह आधुनिक होती जा रही है, जिसके कारण खेती में काम आने वाले पशुओं का काम पूरी तरह से बंद होता जा रहा है. यही कारण है कि लोगों ने  पशुपालन करना कम कर दिया बल्कि अधिकांश लोगों ने पूरी तरह से बंद कर दिया और आवारा पशुओं की संख्या बढ़ गई. इन पशुओं के चारे और पानी की कोई व्यवस्था न होने के कारण ये लोगों की फसलों को नष्ट करते हैं. इन दिनों देश के कई राज्य छुट्टा गोवंशों से परेशान हैं जिसमें मध्य प्रदेश प्रमुख राज्यों में से एक है. मध्य प्रदेश के पशुपालन विभाग ने बताया कि छुट्टा गोवंशों के लिए प्रदेश में उचित व्यवस्था कराई गई है. जिससे प्रदेश में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं.

मध्य प्रदेश में पंचायत स्तर पर बन रही गौ शालाओं  का निर्माण

पशुपालन विभाग मध्य प्रदेश ने बताया कि प्रदेश में नई- नई गौ शालाएं बनकर तैयार हुई है. इसमें से ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष ध्यान दिया गया है. बीते दिनों मध्य प्रदेश शासन ने बताया था कि प्रदेश में छुट्टा गोवंशों के भूसा- चारा और रखरखाव के लिए राज्य सरकार ने करीब 132 करोड़ 71 लाख रुपये जारी किए थे जिसके कारण निराश्रित पशुओं के रहने और भोजन की व्यवस्था की जाएगी.

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प्रदेश में आएंगे ये बड़े बदलाव

पशुपालन विभाग ने ट्वीट कर बताया कि राज्य में नई गौ शालाओं का निर्माण कराया गया है इससे प्रदेश की कई परिस्थितियों में बदलाव आएगा.आवारा पशु भोजन- पानी की तलाश में लोगों के खेत में घुस जाते हैं और खड़ी फसल को पूरी तरह से नष्ट कर देते हैं इससे अनाज के पैदावार में भी कमी देखी गई है. गौशाला निर्माण से फसलों की सुरक्षा के साथ- साथ निराश्रित पशुओं के खान पान और रखरखाव की भी व्यवस्था होगी. इसके अलावा आवारा पशुओं को सुरक्षित करने के साथ प्रदेश में हो रही सड़क दुर्घटना में भी कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है.

दरअसल आवारा पशु रहने के लिए साफ और सूखे स्थान की तलाश करते हैं जिसके बाद वे सड़कों पर ही बैठ जाते हैं. सड़कों पर पशुओं के बैठने से प्रदेश में अधिकांश सड़क हादसे बताए गए हैं. गौशाला निर्माण के बाद सेइस समस्या में कमी आ सकती है. इसके अलावा प्रदेश में दूध उत्पादन और जैविक खेती को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद देखी जा रही है. 

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