हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने प्रदेश के लोगों को बड़ा झटका दिया है. कैबिनेट गठन के ठीक बाद सरकार ने प्रदेश में डीजल की कीमतों में वृद्धि कर दी है. सरकार ने डीजल के दामों में तीन रुपये की बढ़ोतरी की है. हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने स्टेट टैक्स में इजाफा किया है और इस वजह से दाम बढ़े हैं. रेट बढ़ने से महंगाई को और गति मिलेगी. रोजमर्रा की चीजों पर भी इसका असर दिखेगा. किसानों खासकर सेब के बागवानों की परेशानी अधिक बढ़ेगी क्योंकि डीजल के रेट बढ़ने से ढुलाई आदि महंगी हो जाएगी.
एक दिन पहले के निर्णय में हिमाचल सरकार ने डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर वैट बढ़ा दिया है. जिस दिन नई सरकार के कैबिनेट का गठन हुआ, उसी दिन डीजल पर वैट बढ़ाने का फैसला हुआ. हिमाचल प्रदेश में डीजल पर वैट पहले 6.40 परसेंट हुआ करता था जिसे बढ़ाकर 9.96 परसेंट कर दिया गया है. इस बढ़ोतरी के बाद डीजल पर पहले वैट 4.40 रुपये होता था जो बढ़ोतरी के बाद 7.40 रुपये पर पहुंच गया है. इस तरह डीजल के दाम 83 रुपये से बढ़कर 86 रुपये हो गए हैं.
पहले पंजाब की तुलना में हिमाचल प्रदेश में छह रुपये तक डीजल सस्ता था. लेकिन वैट बढ़ने के बाद पंजाब और हिमाचल के डीजल के दाम में मात्र तीन रुपये का फर्क रह गया है. वैट बढ़ने से हर तरह की महंगाई देखी जाएगी क्योंकि सामानों की ढुलाई बढ़ जाएगी. इससे उद्योगों के साथ ट्रक चलाने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. इससे हिमाचल प्रदेश की कृषि व्यवस्था पर भी असर देखा जाएगा क्योंकि खेती-बाड़ी और बागवानी से जुड़े कार्यों में डीजल का इस्तेमाल होता है. सब्जियों की ढुलाई के लिए जिन गाड़ियों का इस्तेमाल होता है, उन गाड़ियों का डीजल महंगा हो गया है. इससे ढुलाई का खर्च बढ़ गया है.
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हिमाचल प्रदेश में सात जनवरी 2023 की रात से बढ़ी हुई कीमतों को लागू किया गया है. जानकारी के अनुसार, कर और आबकारी विभाग ने डीजल पर लगने वाले वैट को शनिवार रात से बढ़ा दिया. केंद्रीय स्तर पर डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है और पूर्व से चले आ रहे दाम ही जारी हैं, जबकि हिमाचल प्रदेश की सरकार ने अपना वैट बढ़ा दिया है.
साल 2021 में जब पेट्रोल के दाम 100 रुपये लीटर तक पहुंच गए थे, तो केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कमी थी. तब हिमाचल की जयराम सरकार ने भी पेट्रोल पर दो रुपये और डीजल पर 4.60 रुपये की कटौती की थी. इसके कारण पेट्रोल और डीजल के रेट में 12 और 17 रुपये प्रति लीटर की कमी आ गई थी. तब से यह क्रम चला हुआ था. लेकिन अब सुक्खू सरकार ने अपना राजस्व बढ़ाने के चक्कर में डीजल पर वैट बढ़ा दिया है. वही मंडी जिला की बात करें तो यहां 85.33 रुपये प्रति लीटर डीजल मिल रहा है.
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डीजल के दाम में बढ़ोतरी से हिमाचल आने वाले सैलानियों में नाराजगी देखी जा रही है. पंजाब से आए कुछ सैलानियों का कहना है कि उनके यहां डीजल महंगा था, इसलिए हिमाचल प्रदेश में घूमने आते थे, तो सस्ता डीजल भरवा लेते थे. अब यह सुविधा नहीं मिलेगी. इससे सैलानियों के आने पर भी फर्क देखा जाएगा.(इनपुट-परि शर्मा)