कौन हैं लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन जो चुनावी बॉन्‍ड की खरीद से सुर्खियों में आए

कौन हैं लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन जो चुनावी बॉन्‍ड की खरीद से सुर्खियों में आए

बॉन्‍ड्स के लिए सबसे बड़े खरीदार के तौर पर सैंटियागो मार्टिन का नाम सामने आ रहा है.म्‍यांमार से आकर भारत में बसे मजदूर मार्टिन को 'लॉटरी मार्टिन' के नाम से भी जाने जाते हैं.  मार्टिन की फर्म ने साल 2019 और 2024 के बीच 1300 करोड़ रुपये के बांड खरीदे थे. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सबसे ज्‍यादा 6000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का दान मिला है.  

सैंटियागो मार्टिन इलेक्‍टोरल बॉन्‍ड के सबसे बड़े खरीदार    सैंटियागो मार्टिन इलेक्‍टोरल बॉन्‍ड के सबसे बड़े खरीदार
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Mar 15, 2024,
  • Updated Mar 15, 2024, 7:51 PM IST

भारत के चुनाव आयोग ने गुरुवार को इलेक्‍टोरल बॉन्‍ड्स की जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दी गई समय सीमा से एक दिन पहले ही आयोग ने इस जानकारी को सार्वजनिक कर दिया कि किस पार्टी को बॉन्‍ड के जरिए कितनी कमाई हुई. स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) से इन बॉन्‍ड्स को 12 अप्रैल 2019 से इस साल जनवरी के बीच खरीदा गया था. बॉन्‍ड्स के लिए सबसे बड़े खरीदार के तौर पर सैंटियागो मार्टिन का नाम सामने आ रहा है. म्‍यांमार से आकर भारत में बसे मजदूर मार्टिन को 'लॉटरी मार्टिन' के नाम से भी जाने जाते हैं. 

मार्टिन ने खरीदे करोड़ों रुपये के बॉन्‍ड 

मार्टिन की फर्म ने साल 2019 और 2024 के बीच 1300 करोड़ रुपये के बांड खरीदे थे. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सबसे ज्‍यादा 6000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का दान मिला है.  उसके बाद कांग्रेस पार्टी का नंबर है. डेटा डंप की तरफ से सिर्फ हर यूनिट की तरफ से दान की गई राशि का खुलासा है. अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि व्‍यक्तिगत तौर पर किस पार्टी को कितना दान किसकी तरफ से मिला है. कोयंबटूर में रहने वाले मार्टिन ने अपनी किस्मत बनाने के लिए दो अंकों की लॉटरी के क्रेज का पूरा फायदा उठाया. फ्यूचर की वेबसाइट के अनुसार, मार्टिन ने 13 साल की उम्र में लॉटरी का बिजनेस शुरू किया था. 

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लॉटरी का विशाल नेटवर्क 

मार्टिन पूरे भारत में लॉटरी के खरीदारों और विक्रेताओं के एक विशाल नेटवर्क को विकसित करने और सुरक्षित करने में कामयाब रहे. दक्षिण भारत में कंपनी एक सहायक फर्म मार्टिन कर्नाटक के तहत काम करती थी. जबकि उत्तर-पूर्व में मार्टिन सिक्किम लॉटरी के तौर पर यह काम करती थी. कंपनी उन 13 राज्यों में 1000 से अधिक कर्मचारियों वाली वर्कफोर्स का दावा करती है. ये वो राज्‍य हैं जहां पर लॉटरी वैध है जैसे अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम और पश्चिम बंगाल.  नागालैंड और सिक्किम में, फ्यूचर मशहूर 'डियर लॉटरी' का अकेला डिस्‍ट्रीब्‍यूटर है.  मार्टिन का कानून के साथ कई बार टकराव हुआ है और वह कई जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में भी हैं.  

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2008 में धोखाधड़ी का मामला 

साल 2008 में, मार्टिन सिक्किम सरकार के खिलाफ 4500 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी के लिए सुर्खियों में आए. साल 2011 में अवैध लॉटरी व्यवसायों पर कार्रवाई के तहत उन्हें तमिलनाडु और कर्नाटक पुलिस बलों की तलाशी का सामना करना पड़ा. साल 2013 में केरल पुलिस ने राज्य में अवैध लॉटरी संचालन की जांच के तहत मार्टिन के परिसरों पर छापेमारी की. साल 2015 में आयकर विभाग ने कर चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों में मार्टिन के परिसरों पर छापेमारी की थी. 

मनी लॉन्ड्रिंग में भी फंसे 

मई 2023 में ईडी ने सिक्किम सरकार को 900 करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान से जुड़े मामले में प्रिंवेशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग मार्टिन के 457 करोड़ रुपये जब्त कर लिए थे. उनका बिजनेस लॉटरी से आगे बढ़ गया - कोयंबटूर के पास मार्टिन होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल; एसएस म्यूजिक, एक टीवी म्‍यूजिक चैनल, एम और सी संपत्ति विकास, मार्टिन नन्थावनम अपार्टमेंट और लीमा रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड पर उनका मालिकाना हक है. 

 

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