कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के 12 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगे. यह बैठक संसद परिसर में शाम 5 बजे आयोजित होने की संभावना है. सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि एसकेएम का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार शाम 5 बजे संसद भवन परिसर में राहुल गांधी से मुलाकात कर सकता है. अभी हाल में किसानों का एक दल राहुल गांधी से संसद परिसर में मिला था और फसलों की एमएसपी गारंटी पर उनसे समर्थन मांगा था. राहुल गांधी ने कहा कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो एमएसपी गारंटी का कानून लाएंगे. एमएसपी गारंटी कानून का अर्थ है फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून.
एसकेएम सूत्रों ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में शीर्ष किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शन पाल, बलबीर सिंह राजेवाल और जोगिंदर सिंह उग्राहां शामिल होंगे. एसकेएम ने किसान आंदोलन 1.0 की समाप्ति के बाद से लंबित मांगों पर चर्चा के लिए पीएम मोदी और एलओपी राहुल गांधी (नेता प्रतिपक्ष) से समय मांगा था. इन मांगों में एमएसपी गारंटी कानून, किसानों के लिए कर्ज माफी शामिल है.
किसान नेता पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर पर कई महीनों से अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों की मुख्य मांगों में फसलों की एमएसपी गारंटी के कानून के साथ ही किसानों की कर्जमाफी सबसे अहम है. हालांकि सरकार ने एमएसपी को कानूनी गारंटी देने को लेकर कुछ नहीं बोला है, लेकिन कुछ फसलों की निश्चित खरीद को लेकर आश्वासन दिया है. आंदोलनरत किसानों के साथ सरकार के प्रतिनिधियों की कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन वह बेनतीजा रही क्योंकि किसान संगठन एमएसपी को कानूनी दर्जा देने के सिवा किसी बात पर राजी होने को तैयार नहीं हैं.
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किसान नेताओं के साथ हालिया बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा था, "हमने अपने घोषणापत्र में कानूनी गारंटी के साथ एमएसपी का जिक्र किया है. हमने आकलन किया है और इसे लागू किया जा सकता है. हमने अभी एक बैठक की, जिसमें तय किया गया कि हम इंडिया गठबंधन के दूसरे नेताओं से बात करेंगे और सरकार पर दबाव डालेंगे कि देश के किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए."
दो अलग-अलग किसान संगठनों द्वारा विपक्षी नेताओं से मुलाकात करने और विरोध प्रदर्शन की योजना बनाने के बावजूद, सबसे बड़ा किसान गठबंधन, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने कहा है कि सरकार के खिलाफ कोई बड़ा आंदोलन करने का अभी कोई प्लान नहीं है. एसकेएम में लगभग 40 यूनियनें शामिल हैं. अभी हाल में प्रमुख किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने घोषणा की थी, "हमने केंद्र सरकार और विपक्षी गुट को बैठकों के लिए संकेत भेजे हैं और जल्द ही औपचारिक निमंत्रण के साथ आगे बढ़ेंगे. हमने 9 अगस्त को देश भर के सभी जिलों में ट्रैक्टर मार्च आयोजित करने का फैसला किया है." इसी कड़ी में टिकैत के साथ 12 किसान नेताओं का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को शाम 5 बजे संसद परिसर में राहुल गांधी से मिल सकता है.(अमित भारद्वाज की रिपोर्ट)
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