Haryana: सभी फसलें MSP पर खरीदेगी सरकार! पढ़िए, हरियाणा के किसानों ने क्या कहा

Haryana: सभी फसलें MSP पर खरीदेगी सरकार! पढ़िए, हरियाणा के किसानों ने क्या कहा

किसानों का कहना है कि हरियाणा उनके ऊपर कई हजारों करोड़ का कर्ज है, लेकिन सरकार का इस पर ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि चौदह फसलें आज तक नहीं खरीदी गई हैं, तभी किसान इस बीजेपी सरकार से नाराज हैं. उन्होंने हरियाणा सरकार को सेशन बुला कर हरियाणा में एमएसपी पर कानून लागू कराने की सलाह दी.

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सभी फसलें MSP पर खरीदेगी सरकार! पढ़िए, हरियाणा के किसानों ने क्या कहा  एमएसपी पर फसल खरीद को लेकर किसानों की राय

हरियाणा के हिसार में किसान काफी लंबे से समय से लघु सचिवालय में धरने पर बैठे हुए हैं. उनकी कई तरह की मांगें हैं जिसे लेकर वे धरने पर बैठे हैं. सरकार की ओर से सुनवाई न होने के कारण किसान हिसार लघु सचिवालय में कई महीने से बैठे हुए हैं. अभी हाल में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के 133 करोड़ रुपये का आबियाना (नहरी पानी का शुल्क) माफ करने की घोषणा की है. साथ ही सभी फसलें एमएसपी रेट पर खरीदने का ऐलान किया है. इस मुद्दे पर किसांनो ने कहा कि चुनाव नजदीक आ रहे हैं, उसके लिए अब बीजेपी सरकार को किसान की याद आने लगी है. किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार को एमएसपी को लेकर कानून बनाना चाहिए ताकि किसानों की मांगें पूरी हो सकें. किसानों ने कहा कि कई महानों तक धरने पर बैठे रहे किसान एमएसपी कानून बनाने की मांग कर रहे हैं. 

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किसानों का कहना है कि हरियाणा उनके ऊपर कई हजारों करोड़ का कर्ज है, लेकिन सरकार का इस पर ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि चौदह फसलें आज तक नहीं खरीदी गई हैं, तभी किसान इस बीजेपी सरकार से नाराज हैं. उन्होंने हरियाणा सरकार को सेशन बुला कर हरियाणा में एमएसपी पर कानून लागू कराने की सलाह दी. किसानों ने कहा कि कपास किसानों का साढ़े पांच से छह करोड़ रुपये का बकाया सरकार के पास है, लेकिन अभी तक वह पैसा किसानों को नहीं मिला है. इसलिए सरकार एमएसपी की गारंटी देने से पहले बकाया पैसा का भुगतान करे.

क्या कहा किसानों ने?

हरियाणा के ही रेवाड़ी जिलों में भी किसानों ने एमएसपी पर फसलों की खरीद के बारे में अपनी राय रखी. किसानों का कहना है कि उन्हें हरियाणा सरकार की ये घोषणा पसंद नहीं आई. एमएसपी की घोषणा केवल चुनावी जुमला है. किसानों ने कहा कि पिछले 10 साल से एमएसपी खरीद की बात हो रही है, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. अगर सरकार लिखित में कोई कानून बनाए तो भरोसा किया जा सकता है. जहां तक कर्ज माफी की बात हो रही है तो सरकार ने नहरी कर्ज माफ किया है, लेकिन किसानों का लोन माफ नहीं किया गया. सरकार अगर कृषि ऋण माफ करे तो देखने वाली बात होगी.

कर्जमाफी पर क्या बोले किसान

किसानों ने कहा कि वे आंदोलन के लिए दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे थे, लेकिन किसानों को बहका कर वहां से उठा दिया गया. अभी तक किसानों की समस्या का कोई समाधान नही निकला है. किसानों ने कहा कि सरकार के बहकावे में वे नहीं आएंगे. रेवाड़ी के किसान सीएम नायब सिंह सैनी की घोषणा से खुश नजर नहीं आ रहे हैं. किसानों ने कहा कि वे सरकार को झूठी वाह वाही नहीं लूटने देंगे. रेवाड़ी के किसानों को सरकार से कोई फायदा नहीं मिल रहा है. इलेक्शन नजदीक है, इसलिए सरकार इस तरह की घोषणा कर रही है. किसानों का कहना है सरकार को चाहिए कि वह एमएसपी को लिखित रूप में गारंटी दी जाए.

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किसानों ने कहा कि सरकार को झूठे प्रलोभन नहीं देना चाहिए. जो कर्ज कभी किसान को मिलना ही नहीं था, उसको माफ किया गया है. जबकि असली कर्ज किसान के ऊपर बरकरार है. किसानों ने मांग की है कि खाद बीज का कर्ज माफ हो तो वे सरकार की मदद करेंगे.

क्या कहा कोहाड़ ने?

इस मामले में हरियाणा के किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने भी अपनी राय रखी. जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे हरियाणा सरकार सभी वर्गों को राहत देने का काम कर रही है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कल कुरुक्षेत्र में किसानों को राहत देने के लिए 23 फसलों को एमएसपी पर खरीदने का फैसला किया, जिसपर किसान नेता सवालिया निशान उठा रहे हैं. वे इसको केवल जुमलेबाजी बता रहे हैं. किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने नायब सिंह सैनी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव नजदीक है तो जुमलेबाज़ी कर रही है.

किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने नायब सिंह सैनी के फैसले पर कड़ा तंज कसा. अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि किसी भी राज्य सरकार के पास एमएसपी गारंटी देने का कोई अधिकार नहीं है. ये केवल केंद्र सरकार के पास ही अधिकार है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे हरियाणा सरकार जुमलेबाजी कर रही है. कई फसलों पर जो भावंतर योजना है, वो भी भ्रष्टचार की योजना है. सरकार के खिलाफ हमारा आंदोलन जारी रहेगा. वही हम केवल सत्ताधारी पार्टी की नीतियों के खिलाफ नहीं हैं. कोई भी पार्टी हमारे खिलाफ नीतियां बनाएगी तो हम उसका विरोध करेंगे.

 

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