“वन नेशन, वन इलेक्शन” से होगा देश का विकास तेज, समय और पैसे की भी होगी बचत

“वन नेशन, वन इलेक्शन” से होगा देश का विकास तेज, समय और पैसे की भी होगी बचत

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रामजस कॉलेज में "वन नेशन, वन इलेक्शन" कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने चुनाव सुधार, स्वदेशी अपनाने और भारत को विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्था बनाने पर जोर दिया.

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क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 01, 2025,
  • Updated Sep 01, 2025, 5:05 AM IST

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली स्थित रामजस कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित किया. यह कार्यक्रम "वन नेशन, वन इलेक्शन" विषय पर केंद्रित था, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर छात्रों से संवाद किया और देश के विकास के लिए एकजुट होने का आह्वान किया. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बार-बार होने वाले चुनाव देश के विकास में बड़ी बाधा हैं. हर 6 महीने में किसी न किसी राज्य में चुनाव होते रहते हैं, जिससे न केवल समय बल्कि बहुत अधिक पैसा खर्च होता है.

उन्होंने सुझाव दिया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाएं. इससे न केवल चुनाव खर्च बचेगा बल्कि सरकारी मशीनरी और कार्यकर्ताओं की थकान भी कम होगी. उन्होंने बताया कि आज चुनावों पर लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपये खर्च होते हैं, जिसे अगर बचाया जाए तो इस धन का उपयोग विकास कार्यों में किया जा सकता है.

भारत बनेगा नंबर वन

कार्यक्रम में चौहान ने छात्रों को यह संकल्प दिलाया कि भारत को नंबर वन बनाना है. उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरे नंबर पर होगा. उन्होंने गर्व के साथ कहा कि हमने उन्हें पीछे छोड़ दिया जिन्होंने कभी हम पर राज किया था.

विदेशी घुसपैठियों पर सख्ती ज़रूरी

शिवराज सिंह ने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि एक “घुसपैठिया गठबंधन” देश में विदेशी नागरिकों को वोटर लिस्ट में शामिल करने की कोशिश कर रहा है, जो देश की सुरक्षा और लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है. उन्होंने कहा, “क्या हमारा देश धर्मशाला है? जो चाहे वो आकर घुस जाए?” उन्होंने जनता से अपील की कि वोट की पवित्रता को बचाना है और विदेशी घुसपैठियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.

भारत की अर्थव्यवस्था अब सबसे मज़बूत

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक समय था जब भारत की अर्थव्यवस्था को “Dead Economy” कहा जाता था, लेकिन अब भारत ने 7.8% की रिकॉर्ड विकास दर दर्ज की है.

उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में भी भारत ने 3.7% की ग्रोथ हासिल की है, जो कि वैश्विक मानकों से कहीं ज्यादा है. उनका कहना था कि “मामा कृषि मंत्री है, तो कृषि ग्रोथ भी कम नहीं होगी.”

स्वदेशी अपनाएं, आत्मनिर्भर बनें

चौहान ने छात्रों को स्वदेशी अपनाने का संकल्प भी दिलाया. उन्होंने कहा कि अगर भारत के 140 करोड़ नागरिक ठान लें कि हम केवल देश में बना हुआ सामान खरीदेंगे, तो दुनिया में हमें बाज़ार ढूंढने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी.

उन्होंने आग्रह किया कि हमें इम्पोर्टेड चीज़ों का मोह छोड़ना चाहिए और अपने देश में बनी चीज़ों का उपयोग बढ़ाना चाहिए. यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम होगा.

युवाओं से अपील, जागरूकता फैलाएं

कार्यक्रम में उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे वन नेशन, वन इलेक्शन और स्वदेशी अभियान को गाँव-गाँव, गली-गली तक पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि छात्र नेता रैलियाँ करें, ह्यूमन चेन बनाएं, सम्मेलन आयोजित करें और ऐसा माहौल बनाएं कि हर राजनीतिक दल को लगे कि अब जनता बदलाव चाहती है.

“वन नेशन, वन इलेक्शन”, स्वदेशी अपनाना, और विकासशील अर्थव्यवस्था- ये तीनों मुद्दे आज भारत के भविष्य को नई दिशा देने में सक्षम हैं. शिवराज सिंह चौहान की यह पहल युवाओं को देश की सोच से जोड़ने और देश को आगे बढ़ाने की एक प्रेरणादायक कोशिश है.

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