अदाणी पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ कच्छ में बगावत, किसानों पर पुलिस ने बरसाया कहर

अदाणी पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ कच्छ में बगावत, किसानों पर पुलिस ने बरसाया कहर

गुजरात के कच्छ में अदाणी पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी. मुआवज़े की मांग को लेकर पुलिस से झड़प, कई घायल. जानें पूरी कहानी.

अदाणी के प्रोजेक्ट पर किसानों का बवालअदाणी के प्रोजेक्ट पर किसानों का बवाल
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 27, 2025,
  • Updated Sep 27, 2025, 11:13 AM IST

गुजरात के कच्छ जिले में अदाणी पावर की 750 केवी हलवद-खावड़ा बिजली लाइन परियोजना को लेकर किसानों का विरोध तेज हो गया है. किसानों का कहना है कि यह सिर्फ जमीन की लड़ाई नहीं, बल्कि उनके भविष्य और सम्मान की भी लड़ाई है. कच्छ के भचाऊ तालुका के वांधिया गाँव में किसान इस परियोजना के खिलाफ पिछले 24 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. किसानों की मुख्य मांग है कि उन्हें जमीन का उचित मुआवज़ा मिले. उनका कहना है कि मौजूदा जंत्री मूल्य के अनुसार दिया जा रहा मुआवज़ा बहुत कम है.

पुलिस कार्रवाई से बवाल, किसानों को घसीटा गया

25 सितंबर को जब कंपनी ने पुलिस की मदद से कार्य शुरू करने की कोशिश की, तो विरोध कर रहे किसानों पर बल प्रयोग किया गया. करीब 40-45 किसानों को हिरासत में लिया गया. इस दौरान कई किसानों को शारीरिक चोटें आईं. कुछ पुरुष किसानों के कपड़े फाड़े गए और महिलाओं को घसीटा गया.

किसान संघ ने बताया जारी रहेगा आंदोलन

किसान संघ के नेता दामजी गणेश बाला ने बताया कि जब तक किसानों को संतोषजनक मुआवज़ा नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. भुज कलेक्टर के साथ बैठक हुई लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया.

अदाणी ग्रुप का पक्ष

अदाणी समूह ने कहा है कि परियोजना का अधिकतर काम लगभग पूरा हो चुका है. कंपनी सरकार द्वारा तय मुआवज़े के नियमों के अनुसार भुगतान करने को तैयार है. लेकिन किसान तय राशि से ज्यादा मुआवज़ा मांग रहे हैं, जिससे काम रोकना पड़ा. अब जिला प्रशासन के आदेश पर पुलिस सुरक्षा के साथ काम दोबारा शुरू किया गया है.

विपक्ष ने साधा निशाना

कांग्रेस नेता अमित चावड़ा ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी जी के मित्र अदाणी के लिए किसानों पर अत्याचार हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की बात सुनने के बजाय पुलिस भेज रही है.

कांग्रेस का समर्थन

प्रदेश कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल कच्छ जाकर किसानों से मिलने वाला है. पार्टी ने कहा है कि वह किसानों की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है.

यह लड़ाई सिर्फ जमीन की नहीं

किसानों का कहना है कि यह सिर्फ़ जमीन का मुद्दा नहीं है, बल्कि उनके जीवन, भविष्य और सम्मान का सवाल है. अब देखना यह होगा कि सरकार और कंपनी किसानों की मांगों पर क्या रुख अपनाते हैं. (कौशिक कान्थेचा का इनपुट)

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