किसानों की मांगों और उनकी समस्याओं को हल नहीं किए जाने से नाराज भारतीय किसान यूनियन ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी देते हुए ट्रैक्टर मार्च निकालने की घोषणा कर दी है. भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि सरकारों ने किसानों के साथ धोखा किया है. कहा गया कि भाकियू यूपी के सभी जिलों में 9 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने के साथ ही दो जगह महापंचायत करेगी, जिसमें बड़ी संख्या में किसान नेता जुटेंगे.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली में किसान भवन में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) की मासिक पंचायत हुई. इसमें स्थानीय किसानों, पदाधिकारियों और विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में किसानों के बीच अपनी मांगों को लेकर चल रही एकजुटता और आगे की रणीतियों पर चर्चा हुई. वहीं, बैठक में किसानों की आवाज को मजबूत करने के लिए आगामी कार्यक्रमों के लिए गांव स्तर पर तैयारी करने का आह्वान किया गया है.
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि किसान अपनी फसलों के उचित मूल्य के साथ-साथ अन्य मांगों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकारें उनका समाधान न करके किसानों को धोखा दे रही हैं. हमारी सभी मांगों को लेकर हमारा संघर्ष जारी रहेगा. सरकार जल्द से जल्द किसानों की लंबित मांगों का समाधान करें अन्यथा हम सरकार के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करेंगे. आप सभी किसान भाई इस लड़ाई को मजबूती से लड़ें.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने मजबूत संगठनात्मक ढांचे के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इस प्रस्ताव को और मजबूत किया. उन्होंने कहा कि मजबूत संगठन की नींव गांव की इकाई होती है. आप सभी को मिलकर गांव की इकाई को मजबूत करना चाहिए.
राकेश टिकैत ने आगामी योजनाओं की रूपरेखा भी बताई और 20 जुलाई को सहारनपुर और 22 जुलाई को अलीगढ़ जिले में किसान मजदूर महापंचायत की घोषणा की. इसके अलावा 9 अगस्त 2024 को उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा. मार्च के जरिए किसानों की मांगों को पूरा कराने के लिए दबाव बनाया जाएगा और प्रशासन के साथ सक्रिय बातचीत के जरिए स्थानीय समस्याओं का समाधान कराया जाएगा.
हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष रतनमन ने हरियाणा में बढ़ती समस्याओं, खासकर बिजली संकट पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि हरियाणा में बिजली की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. हरियाणा सरकार इसका कोई ठोस समाधान नहीं निकाल रही है और हरियाणा में अन्य समस्याएं भी विकराल होती जा रही हैं. सरकार को सुधार की चेतावनी दी गई. वहीं, बैठक में किसानों की आवाज को मजबूत करने के लिए आगामी कार्यक्रमों के लिए गांव स्तर पर तैयारी करने का आह्वान किया गया है.