जम्‍मू कश्‍मीर में राजनीतिक हलचलें तेज, चुनाव आयोग की टीम ने पुलिस और चीफ सेक्रेटरी से की मुलाकात 

जम्‍मू कश्‍मीर में राजनीतिक हलचलें तेज, चुनाव आयोग की टीम ने पुलिस और चीफ सेक्रेटरी से की मुलाकात 

जम्‍मू कश्‍मीर में विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. गुरुवार आठ अगस्‍त को चुनाव आयोग की एक टीम यहां पहुंची है. शुक्रवार को चुनाव आयोग की टीम ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस प्रमुख के साथ विचार-विमर्श किया.

Elections in J&K deferred to follow Lok Sabha polls, confirms CEC Rajiv KumarElections in J&K deferred to follow Lok Sabha polls, confirms CEC Rajiv Kumar
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Aug 09, 2024,
  • Updated Aug 09, 2024, 2:48 PM IST

जम्‍मू कश्‍मीर में विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. गुरुवार आठ अगस्‍त को चुनाव आयोग की एक टीम यहां पहुंची है. शुक्रवार को चुनाव आयोग की टीम ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस प्रमुख के साथ विचार-विमर्श किया. अधिकारियों ने बताया कि अपने दौरे के दूसरे दिन, मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार और चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और एसएस संधू वाले चुनाव आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने जेके के मुख्य सचिव अटल डुल्लो और जेके पुलिस डीजीपी आरआर स्वैन के साथ चर्चा की. 

सुरक्षा बलों की तैनाती के बारे में जाना 

चुनाव आयोग ने चुनाव की प्रक्रिया के लिए प्रशासन के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को परखा. अधिकारियों ने कहा कि आयोग की टीम ने चुनावों के लिए बलों की तत्परता और तैयारी पर डीजीपी से प्रतिक्रिया मांगी. अधिकारियों ने बताया कि बलों की तैनाती, उम्मीदवारों को सिक्‍योरिटी कवर देना और प्रचार के दौरान सुरक्षा के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया. बैठक के बाद, ईसीआई टीम जम्मू के लिए रवाना हो गई. यहां पर टीम ने एजेंसियों के साथ समीक्षा बैठक की. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल दिसंबर में केंद्र को इस साल 30 सितंबर तक चुनाव प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया था. 

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राजनीतिक दलों से की मीटिंग 

गुरुवार को अपने दौरे के पहले दिन,चुनाव आयोग की टीम ने कुछ राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श किया. ये वो पार्टियां हैं जिन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में तुरंत चुनाव कराने की मांग की थी. गौरतलब है कि पिछले 10 सालों से जम्‍मू कश्‍मीर में कोई भी विधानसभा चुनाव नहीं हुआ है. जम्मू और कश्मीर में साल 2014 में आखिरी बार विधानसभा चुनाव हुए थे.  साल 2018 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पीपुल्‍स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) से समर्थन वापस ले लिया था. 

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10 साल बाद होंगे चुनाव 

इसके बाद साल 2019 में आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू- कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बन गए थे. साल 2022 में परिसीमन प्रक्रिया के पूरा नहीं होने की वजह से और कुछ और कारणों से विधानसभा चुनाव नहीं हो सके. वहीं बीजेपी ने भी इन चुनावों के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी ने गुरुवार को 132 सदस्यीय स्‍टेट इलेक्‍शन मैनेजमेंट कमेटी का ऐलान किया है. पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि तीन बार के सांसद जुगल किशोर शर्मा को बीजेपी की चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. शर्मा को हाल ही में लोकसभा में सचेतक नियुक्त किया गया है.

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