भारत और फिजी के बीच कृषि और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग को नया आयाम देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया है. भारत अब फिजी को 12 कृषि ड्रोन और दो मोबाइल मिट्टी जांच प्रयोगशालाएं उपहार में देगा. इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा-प्रशिक्षण से जुड़े कई समझौते भी हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के संयुक्त प्रेस वक्तव्य में कहा कि भारत और फिजी के रिश्ते गहरे होते जा रहे हैं. कृषि क्षेत्र को सहयोग देने के लिए भारत फिजी को 12 कृषि ड्रोन और दो मोबाइल सॉयल टेस्टिंग लैब देगा.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत से भेजे गए लोबिया के बीज फिजी की मिट्टी में अच्छे परिणाम दे रहे हैं. उन्होंने फिजी सरकार द्वारा भारतीय घी को मंजूरी देने के फैसले की भी सराहना की. संयुक्त बयान में कहा गया कि ये ड्रोन और लैब फिजी की चीनी उद्योग (Sugar Sector) में नवाचार और उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेंगे.
भारत एक आईटीईसी (ITEC) विशेषज्ञ को फिजी शुगर कॉर्पोरेशन भेजेगा और फिजी के पेशेवरों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करेगा. वहीं, फिजी के प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका ने भारत की ओर से भेजे गए 5 मीट्रिक टन उच्च गुणवत्ता वाले लोबिया के बीजों के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि ये मदद फिजी की खाद्य सुरक्षा और कृषि लचीलापन बढ़ाने में अहम साबित होगी.
भारत और फिजी के बीच कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए है. इनके बारे में जानिए...
दोनों देशों ने कृषि और खाद्य सुरक्षा को द्विपक्षीय सहयोग का प्रमुख क्षेत्र माना और साथ ही अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया. दोनों नेताओं ने शांति, जलवायु न्याय, समावेशी विकास और ग्लोबल साउथ की आवाज बुलंद करने पर सहमति जताई. फिजी के पीएम राबुका ने ग्लोबल साउथ में भारत की नेतृत्वकारी भूमिका की सराहना की और बहुपक्षीय मंचों पर परस्पर सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. (एएनआई)