आदर्श मंडी थाना प्रभारी की कार्यशैली से नाराज़ भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को थाने पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने थाने का घेराव करते हुए पुलिस पर किसानों का उत्पीड़न करने के गंभीर आरोप लगाए. भाकियू पदाधिकारियों ने कहा कि थाना पुलिस न तो पीड़ितों के फोन उठाती है और न ही उन्हें न्याय दिलाने के लिए कोई ठोस कदम उठाती है. उनका आरोप है कि पुलिस की लापरवाही और तानाशाही से किसानों को लगातार परेशानी उठानी पड़ रही है.
किसानों ने बताया कि करीब एक माह पूर्व सहारनपुर रोड से एक किसान का ट्रैक्टर बदमाशों ने लूट लिया था. लेकिन आदर्श मंडी पुलिस ने लूट की जगह चोरी का मुकदमा दर्ज कर दिया. इतना ही नहीं, पीड़ित किसान मुकदमा दर्ज ही न कराने की मांग कर रहा था, बावजूद इसके पुलिस ने ट्रैक्टर को सीज कर दिया. इससे किसान को कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने पड़े और आर्थिक नुकसान भी हुआ. धरना-प्रदर्शन के दौरान किसानों और पुलिस अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली.
भाकियू पदाधिकारियों ने साफ चेतावनी दी कि जब तक SHO आदर्श मंडी को सस्पेंड नहीं किया जाता और किसानों की मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा. इस मौके पर एसपी संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत की, लेकिन भाकियू कार्यकर्ता अपने फैसले पर अड़े रहे. किसानों का कहना है कि अगर जल्द उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
किसान नेता कुलदीप पवार और कुलदीप खतियान का कहना है आदर्श मंडी थाना शो किसने की शिकायत पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहे ना ही फोन उठाते और ना ही उनकी खाली जमीन करवाते है. उनका कहना था कि किसानों की अनदेखी करना थाना आदर्श मंडी रोज का काम हो गया है. ऐसे में किसान अपनी शिकायत लेकर कहां जाए. उन्होंने दोहराया कि अब हमारी मांग यह है कि तब तक थाने में धरना प्रदर्शन जारी रहेगा जब तक एसएचओ सस्पेंड नहीं होगा.
(शरद सिंह मलिक की रिपोर्ट)
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